मुंगेर शहर के प्रमुख हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ संजीव से 10 लाख की रंगदारी मांगने वाले कुख्यात संतोष कुमार और सौरभ सहित 5 अपराधी को पुलिस ने 24 घंटों के अंदर गिरफ्तार किया है। डॉक्टर के द्वारा अपने प्लॉट पर कार्य करवाने को लेकर रंगदारी मांगा गया था। प्लॉट पर कार्य कर रहे ठेकेदार से भी अपराधियों ने मारपीट कर 14 हजार रुपया छिना था। अपराधियों के पास से ठेकेदार से लूटी गयी नगद राशि भी बरामद किया गया है।

घटना के सम्बन्ध में बताया जाता है कि डॉ संजीव कुमार ने दिलावरपुर शाहजुबैर रोड में एक मकान खरीदा था। जिसकी बाउंड्री मरम्मती का कार्य उसने एक ठेकेदार को दे दिया था। काम प्रारंभ होने के बाद से ही स्थानीय अपराधी सक्रिय हो गए और डॉ० संजीव से काम कराने के एवज में 10 लाख रूपया रंगदारी की मांग करने लगा। लेकिन डॉक्टर ने उसके धमकी को नजरअंदाज कर दिया। जिसके परिणामरूप अपराधियों ने सोमवार को संवेदक के साथ मारपीट किया और काम भी बंद करा दिया। इतना सबकुछ होने के बाद डॉ० संजीव दहशत में आ गये।

रंगदारी मामले का उद्भेदन करते हुए सदर एसडीपीओ सदर राजेश कुमार ने बताया कि सोमवार को डॉ० संजीव कुमार ने पूरबसराय ओपी पुलिस को फोन पर सूचना दिया कि दिलावपुर शाहजुबैर रोड स्थित उसके घर के बाउंड्री का ठेकेदार द्वारा मरम्मत कार्य कराया जा रहा था। तभी दिलावरपुर निवासी सौरभ कुमार तथा संतोष कुमार के द्वारा सहयोगियों के साथ वहां पहुंच ठेकेदार के साथ मारपीट किया और 14 हजार रूपया भी छीन लिया। उनलोगों ने उनसे 10 लाख रूपया रंगदारी की मांग की और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दिया।

एसडीपीओ ने बताया कि चिकित्सक अपराधियों के भय से जब केस नहीं किया तो पूरबसराय ओपी में तैनात एएसआई संजय आर्यमन के बयान पर कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी। घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए कोतवाली थानाध्यक्ष धीरेंद्र कुमार पांडे के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।

जिसने गुप्त सूचना पर दिलावरपुर बाड़ा शाहजुबैर रोड स्थित दुर्गा मंदिर के पास से सभी 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। जिसके पास से ठेकेदार के छीने 14 हजार रुपया और मोबाइल को भी बरामद किया गया। एसडीपीओ सदर ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी संतोष कुमार एवं सौरभ कुमार आपराधिक प्रवृति का है और उस पर कई मामले दर्ज है। पहले भी दोनों जेल जा चुके है।