छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली बीजेपी हेडक्वाटर्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. शनिवार (4 नवंबर) को की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने राज्य के सीएम भूपेश बघेल पर 508 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने के आरोप लगाए हैं. स्मृति ईरानी ने कहा, ‘मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में शुभम सोनी ने अपने लिखित बयान में कहा है कि महादेव ऐप के प्रमोटर ने कहा है कि भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपया रिस्वत दी है.’

स्मृति ईरानी ने कहा, भूपेश बघेल जी सत्ता में रहकर सट्टा का बड़ा खेल कर रहे हैं. कल राज्य के मुख्यमंत्री को लेकर बहुत बड़े खुलासे हुए हैं. सीमा दास नामक एक व्यक्ति से 5.30 करोड़ रुपये से ज्यादा बरामद हुए हैं. मैं आज कुछ सवाल पूछना चाहती हूं, ‘क्या ये सत्य है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के नेताओं को शुभम सोनी के माध्यम से असीम दास पैसा पहुंचाते थे?

स्मृति ईरानी ने सट्टे से जुड़े पूछे ये सवाल

क्या ये सत्य है कि शुभम सोनी के एक वॉइस मैसेज के माध्यम से ये आदेश दिया गया कि वो रायपुर जाएं और बघेल को चुनाव के खर्चे के लिए पैसा दें? ये क्या सच है कि 2 नवंबर को होटल ट्राइडेंट में कोटा दास से पैसे बरामद हुए? क्या यह सत्य है कि रेफ्रिजरेटर के तहत अलग-अलग बैंक खातों से 15.50 करोड़ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट का उल्लंघन किया गया?

बीजेपी ने लगाए सीएम पर ये आरोप?

बीजेपी नेता ने सीएम भूपेश बघेल पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ये तथ्य चौंकाने वाला है कि जिस शुभम सोनी के बारे में असीम दास ने बयान दिया है, ये माना जा रहा है कि जांच एजेंसी के पास शुभम सोनी की आवाज में भी सुबूत उपलब्ध हैं. एक लिखित बयान में ये कहा गया है कि महादेव एप के प्रमोटर्स ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 538 करोड़ रुपये रिश्वत दी है लेकिन ये एकमात्र ऐसी जानकारी नहीं है, बल्कि एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है.

महादेव ऑफ़लाइन बुक एप के प्रमोटर्स प्रशासन और कांग्रेस के नेताओं से जो सुरक्षा चाहते थे, वो चंद्रभूषण वर्मा नाम के एक अधिकारी के माध्यम से भी सुरक्षा पैसे मांगे गए थे. चंद्रभूषण वर्मा ने अब तक 65 करोड़ रुपये के रिश्वत का आरोप लगाया है.


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