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मुजफ्फरपुर में एक बार फ़िर तेजस्वी यादव के स्वास्थ्य विभाग का एक नया कारनामा सामने आया है। जहाँ पेड़ पर से गिरकर घायल युवक जब इलाज़ कराने मुजफ्फरपुर के S.K.M.C.H. में पहुंचा तो घायल बच्चो का इलाज S.K.M.C.H. में करवाया गया। जहां इलाज के दौरान एक बच्चे के पैर के भीतर ही निडील छोड़कर ड्रेसिंग कर दिया गया। जिसके बाद उस बच्चे की हालत और बिगड़ गई।

आपकों बताते चलें कि पुरा मामला मुजफ्फरपुर जिले के एक सरकारी स्कूल का है। जहाँ बीते दिनों एक पीपल के पेड़ गिर जाने से कई छात्र घायल हो गए थे। वही घटना में घायल बच्चो को आनन फानन में इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती करवाया गया था। इस दौरान एक बच्चे की ड्रेसिंग के दौरान टांका लगाने वाली सुई बच्चे के पैर में ही छोड़ दी गई और उसी के ऊपर से प्लास्टर कर दिया गया। जिसके बाद अब बच्चे की स्थिति काफी बिगड़ गई। सही समय रहते सुई का पता चल जाने से बच्चे के पैर कटने से बच गया।

आपकों बता दें कि दरसल 24 नवंबर को मुजफ्फरपुर जिले के मिनापुर प्रखंड के धरमपूर पंचायत अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय मोथहामल मे चेतना सत्र के दौरान विद्यालय के प्रांगण मे अवस्थित एक पेड़ का डाल बच्चो के उपर गिर गया। जिसमे सात बच्चे घायल हो गए थे। वही एक बच्चा गंभीर रुप से घायल हो गया था।

जिसके बाद घायल बच्चो का इलाज मुजफ्फरपुर के एमकेएमसीएच मे करवाया गया जहां इलाज के दौरान एक बच्चे के पैर के भीतर ही निडील छोड़कर ड्रेसिंग कर दिया गया। जिसके बाद उस बच्चे की हालत और बिगड़ गई। जिसके बाद परिजनो ने बच्चे को बेहतर इलाज के लिए  P.M.C.H. ले जाया गया। जहां जांच के दौरान पता चला की पैर के अंदर नीडील होने के कारण बच्चे के पैर मे इन्फेक्शन फैल गया है। जिसके बाद परिजन उसे बेहतर इलाज के लिए मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल मे भर्ती करवाया। जहां उसका इलाज चल रहा है।

वही मामले में घायल बच्चे के पिता ने बताया की वह मजदूरी कर अपने परिवार का जीवन यापन करता है। आर्थिक स्थिति उसकी अच्छी नही है। जिसके कारण वह कर्ज लेकर बच्चे का इलाज करवा रहा है। इतने बड़े स्वास्थ्य विभाग से गलती होने के बावजूद कोई सरकारी सहायता नहीं मिला है। जिसके कारण वह आम लोगो से आर्थिक सहायता की मदद मांग रहे है।

ताकी बच्चे का सही इलाज करवा सकें। वही पुरे मामले को लेकर मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन डॉ ज्ञान शंकर ने बताया कि एक मामला संज्ञान में आया है कि एक बच्चे के ऑपरेशन के दौरान बच्चे के प्लास्टर के दौरान स्टीच के दौरान निडिल अंदर ही छोड़ी गई है। अभी मेरे पास परिजन के द्वारा कोई शिकायत नहीं दिया गया है। अगर शिकायत मिलती है तो जांच कर कार्रवाई किया जायेगा।


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