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पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पहाड़ों में बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी दिखने लगा है। पंजाब से मध्य प्रदेश और गुजरात से बंगाल-ओडिशा तक कोहरे की चादर और मोटी हो गई है। धुंध की अवधि भी बढ़ी है। कई राज्यों में धीमी हवा और वातावरण में नमी की अधिकता के चलते सुबह दस बजे तक सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो रहे। धुंध का आवागमन पर असर पड़ा है। मौसम विभाग का कहना है कि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अधिकांश भाग और उत्तरी राजस्थान में कोहरे का असर बहुत अधिक रहेगा। लोगों को अत्यधिक सावधानी के साथ गाड़ी चलाने का सुझाव दिया जाता है।

विमानों की उड़ान तो प्रभावित हुई ही है, ट्रेनों की रफ्तार भी थम सी गई है। उत्तर भारत से होकर गुजरने वाली कई राजधानी व वंदे भारत समेत 25 से अधिक ट्रेनें करीब दो से सात घंटे तक विलंब से चल रही हैं। इस कारण हुए सड़क हादसों ने कई लोगों की जान ले ली है। भारत मौसम विभाग (आइएमडी) की ओर से बुधवार सुबह 11:30 बजे सेटेलाइट से ली गई तस्वीर में पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में कोहरे की घनी परत दिखी। अनुमान है कि यह स्थिति अभी दो-तीन दिनों तक रहेगी।

कोहरा छाया हुआ है। आगरा और बरेली समेत कई जगहों पर दृश्यता शून्य तक पहुंच गई है। इस कारण दिल्ली में यलो अलर्ट तो पंजाब में रेड अलर्ट जारी करना पड़ा है। हवा चल रही है, लेकिन गति बहुत धीमी होने के चलते कोहरा छंटने में थोड़ी देर हुई। दिल्ली में आईजीआई एयरपोर्ट पर लगातार तीसरे दिन दृश्यता शून्य रही। एयरपोर्ट के सभी रनवे पर रनवे विजुअल रेंज (आरवीआर) महज 100 से 125 मीटर रही। आइजीआइ पर सौ उड़ानों में देरी हुई और कम से कम नौ उड़ानों को डायवर्ट किया गया। कई एयरलाइंस ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी कर कोहरे के कारण देरी की चेतावनी दी है।


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