दिल्ली शराब घोटाले मामले में गिरफ्तार केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। आप सांसद 27 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे। संजय सिंह 13 अक्टूबर तक ईडी की रिमांड पर थे। रिमांड की अवधि खत्म होने के बाद ईडी ने आप सांसद को कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने संजय सिंह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

दरअसल, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को ईडी ने शराब घोटाले में 4 अक्टूबर को कई घंटों की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। संजय सिंह को रातभर ईडी के हेडक्वार्टर में रखा गया। इसके बाद बीते 5 अक्टूबर को ईडी ने उन्हें दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया था। ईडी ने संजय सिंह की 10 दिन की रिमांड की अपील कोर्ट से की थी। जिसपर कोर्ट ने संजय सिंह को पांच दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया था।

संजय सिंह की पांच दिनों की ईडी रिमांड 10 अक्टूबर को खत्म हो रही थी। ईडी ने मंगलवार को संजय सिंह को कोर्ट में पेश किया था और अदालत से पांच दिन की और रिमांड की मांग की। ईडी ने कोर्ट में दलील दी थी कि संजय सिंह ने पूछताछ के दौरान सवालों का ठीक से जवाब नहीं दिया है। फोन के डेटा के बारे में सांसद संजय सिंह ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया है। जिसपर कोर्ट ने संजय सिंह को 13 अक्टूबर तक ईडी की रिमांड पर भेज दिया।

रिमांड की अवधि खत्म होने के बाद 13 अक्टूबर को ईडी ने संजय सिंह को कोर्ट में पेश किया। पेशी के दौरान ईडी ने कोर्ट से आगे रिमांड बढ़ाने की अपील नहीं की। जिसके बाद कोर्ट ने आप सांसद संजय सिंह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। उधर, संजय सिंह ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।संजय सिंह ने ईडी के एक्शन को गलत बताते हुए अपनी गिरफ्तारी को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है।

बता दें कि संजय सिंह पर आरोप है कि उन्होंने कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए रिश्वत के तौर पर मोटी रकम ली है। ईडी ने कोर्ट में दावा किया है कि दो अलग-अलग ट्रांजक्शन हुए हैं जिसमें कुल दो करोड़ रुपए की राशि की लेनदेन हुई। रिमांड पेपर में बताया गया है कि पहली बार में 1 करोड़ और दूसरी किश्त में भी 1 करोड़ रुपए का लेन-देन संजय सिंह के घर पर हुआ था।


Discover more from The Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts to your email.

Adblock Detected!

Our website is made possible by displaying online advertisements to our visitors. Please consider supporting us by whitelisting our website.