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माउंट एवरेस्ट पर जाने वाले हो जाएं सावधान! अब अपना ही मल बैग में भरकर लाना होगा नीचे

 माउंट एवरेस्ट पर बढ़ती पर्यावरणीय समस्याओं का तोड़ निकाला गया है। पहाड़ों पर बढ़ती गंदगी को खत्म करने के लिए नेपाल ने एक नया नियम बनाया है, जिसकी गुरुवार को घोषणा की गई।

पर्वतारोहियों के लिए बनाया गया नियम

माउंट एवरेस्ट पर गंदगी से निपटने के लिए नेपाल द्वारा जारी घोषणा में कहा गया है कि पर्वतारोहियों को अपने मल को उचित निपटान के लिए बेस कैंप में वापस लाना होगा।

बता दें कि एवरेस्ट क्षेत्र के अधिकांश हिस्से पसांग ल्हामू ग्रामीण नगरपालिका के तहत आते हैं। पसांग ल्हामू ग्रामीण नगरपालिका ने कहा कि दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर अपशिष्ट की समस्या से निपटने के लिए नया नियम बनाया गया है।

‘पहाड़ों से बदबू आने लगी है’

पसांग ल्हामू ग्रामीण नगरपालिका के अध्यक्ष मिंगमा शेरपा ने बताया कि पहाड़ों से बदबू आने लगी है। मिंगमा ने कहा कि हमें शिकायतें मिल रही हैं कि पहाड़ों पर मानव मल दिख रहा है। साथ ही कुछ पर्वतारोही बीमार पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है, ये हमारी छवि खराब कर रही है।

कई और जगह भी लागू है ये नियम

बताया गया कि माउंट एवरेस्ट पर जाने वाले पर्वतारोहियों को बेस कैंप में पू बैग खरीदने के लिए कहा जाएगा और जब वे लौटेंगे तब उस बैग की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी और अंटार्कटिक में भी ऐसे बैग का उपयोग हो रहा है।

सख्ती से नियम होंगे लागू

उन्होंने बताया कि इस नियम को लागू करवाने के लिए कार्यालय खोले जाएंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पर्वतारोही अपने मलमूत्र वापस ला रहे हैं या नहीं। बता दें कि पर्वतारोहियों की बढ़ती संख्या के साथ माउंट एवरेस्ट पर कचरे में काफी वृद्धि हुई है।

ममता बनर्जी के मंत्री के बिगड़े बोल, ‘योगी आदित्यनाथ अगर कोलकाता आए तो उन्हें निकलने नहीं देंगे’

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के बंगाल अध्यक्ष व ममता बनर्जी सरकार में पुस्तकालय मंत्री स‍िद्दीकुल्ला चौधरी ने ज्ञानवापी में पूजा-पाठ बंद करने की मांग की है। उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर योगी कोलकाता आए तो उन्हें निकलने नहीं देंगे।

स‍िद्दीकुल्ला चौधरी ने क्या कुछ कहा?

सिद्दीकुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि योगी आदित्यनाथ अगर कोलकाता आते हैं, तो वे और उनका संगठन उनका घेराव करेगा। उन्होंने कहा,

ज्ञानवापी में चल रहा पूजा पाठ तुरंत बंद होना चाहिए और अगर ऐसा नहीं होता है तो वो इसका बड़ा विरोध करेंगे।

फलस्तीन के समर्थन में निकाल चुके हैं मार्च

चौधरी पहले भी कई मौके पर विवादों में रह चुके हैं। बीते साल अक्टूबर में इजरायल और हमास (Israel-Hamas War) के बीच जंग को लेकर मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने फलिस्तीन के समर्थन में कोलकाता में विरोध मार्च भी निकाला था। विरोध मार्च के बाद जमीयत के द्वारा एक रैली भी आयोजित की गई थी जिसमें सिद्दीकुल्ला ने इजरायल का समर्थन करने को लेकर पीएम मोदी पर सवाल उठाया था।

इससे पहले 2019 में बांग्लादेश सरकार ने सिद्दीकुल्ला चौधरी को वीजा देने से इनकार कर दिया था। सिद्दीकुल्ला को कुछ व्यक्तिगत प्रतिबद्धताओं में भाग लेने के अलावा बांग्लादेश के सिलहट में एक मदरसे के शताब्दी समारोह में भाग लेना था, लेकिन उन्हें वापस लौटना पड़ा था।

बिहार में लालू यादव के रडार से राजद के 12 विधायक बाहर, फ्लोर टेस्ट से पहले RJD में ही ‘खेला’

 बिहार विधानसभा में शक्ति परीक्षण से दो दिन पहले राजद के लगभग 12 विधायक लालू प्रसाद के रडार से बाहर हैं। उनकी खोज-खबर ली जा रही है। फोन मिलाया जा रहा है। जिनके बारे में अता-पता नहीं चल रहा है, उनके नजदीकियों के पास ‘विशेष दूत’ भेजकर जानने का प्रयास किया जा रहा है कि वे कहां हैं और सतत संपर्क में रहने से कन्नी क्यों काट रहे हैं।

विधायकों का राजद से मोहभंग

सूचना है कि अबतक लगभग एक दर्जन विधायकों से लालू का संपर्क नहीं हो पा रहा है। जो विधायक संपर्क में भी हैं, उनके बारे में भी संशय कम नहीं हो पा रहा है। लालू की पहुंच से दूर रहने वाले विधायक माय (मुस्लिम-यादव) समीकरण से अलग हैं। हालांकि राजद पहले से ही मानकर चल रहा कि उसके दो विधायक आनंद मोहन के पुत्र चेतन आनंद और मोकामा की नीलम देवी का खेमा बदल चुका है। दोनों का राजद से मोहभंग हो चुका है। किंतु ताजा परेशानी लगभग दस अन्य विधायकों के कन्नी काटने से जुड़ी है।

बिहार में हो सकता है बड़ा खेला

सूत्रों का दावा है कि राजद के एक पूर्व मंत्री के आवास पर तीन-चार दिन पहले गुप्त बैठक हुई थी, जिसमें राजद में रहकर क्या खोया और क्या पाया के आधार पर आत्म-विश्लेषण किया गया था। इस बैठक का निष्कर्ष अन्य विकल्पों पर विचार करने का भी था। सूत्र का यह भी दावा है कि राजद के विपरीत दिशा में चलने का रास्ता यहीं से निकला। तेजस्वी यादव स्पीकर के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के लिए शक्ति परीक्षण के दिन जिस ‘खेला’ होने की बात कर रहे हैं, बहुत संभव है कि वह स्वयं ही उससे प्रभावित हो जाएं और जरूरत के वक्त उनके कुछ विधायक सदन में अनुपस्थित रहें।

कांग्रेस विधायकों के टूटने का डर

राजद-कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा के साथ बनी बिहार की नई सरकार की विधानसभा में 12 फरवरी को परीक्षा है। इसी दिन विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी, जिससे साफ हो जाएगा कि किसके पक्ष में कितने विधायक हैं। अबतक कांग्रेस विधायकों के सबसे ज्यादा टूटने का डर था। यही कारण है कि 19 में से उसके 16 विधायकों को करीब हफ्ते भर से बिहार से बाहर हैदराबाद के रिसार्ट में रखा गया है, जहां कांग्रेस की सरकार है। भाजपा-जदयू की तरफ से भी एहतियात बरता जा रहा है। विधायकों पर नजर रखी जा रही है।

अनहोनी पर भरपाई की व्यवस्था

दरअसल कुछ दिन पहले राजद नेता तेजस्वी यादव के दिए गए उस बयान का मतलब निकाला जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि खेल अभी खत्म नहीं हुआ है। तेजस्वी का संकेत सदन में नीतीश कुमार की नई सरकार को बहुमत साबित करने के लिए आवश्यक संख्या से है। बिहार में बहुमत साबित करने के लिए कम से कम 122 विधायक चाहिए। सत्ता पक्ष के पास अभी 128 विधायक हैं।

अनुपस्थित रहकर सत्ता पक्ष को मदद

चार चार विधायकों वाली पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को विश्वसनीय नहीं माना जा रहा है। पार्टी प्रमुख जीतनराम मांझी ने पहले ही यह बताकर सत्तापक्ष को सशंकित कर दिया है कि लालू प्रसाद की तरफ से उन्हें सीएम पद का ऑफर दिया गया था। यदि उन्होंने निष्ठा बदल ली और सत्ता पक्ष में कोई ‘अनहोनी’ हो गई तो भरपाई के लिए राजद के असंतुष्ट विधायकों का सहारा चाहिए। ऐसे में राजद के कुछ विधायक अनुपस्थित रहकर सत्ता पक्ष को मदद पहुंचा सकते हैं।

RGCIRC Champions Collaborative Efforts to Broaden Cancer Care Accessibility and Bridge the Care Gap

Rajiv Gandhi Cancer Institute and Research Centre (RGCIRC) is taking significant strides in expanding its philanthropic reach to support underprivileged cancer patients. At a conference held at its Rohini Centre, RGCIRC unveiled a comprehensive plan to foster partnerships aimed at making quality cancer care more accessible and affordable.

Mr. Rakesh Chopra, Chairman of RGCIRC, highlighting the hospital’s genesis as a testament to philanthropic endeavours, said, “Rajiv Gandhi Cancer Institute and Research Centre (RGCIRC) stands as a prime example of a hospital born out of philanthropy. With an initial contribution of just Rs 49 lakh, the hospital has achieved significant milestones since its incorporation.

We have a corpus of Rs 100 crore and our goal is to expand this corpus to Rs 300 crore within the next three years. The interest accrued will be utilized to support economically disadvantaged patients.”
Speaking at the conference, Mr. DS Negi, CEO of RGCIRC, emphasized the unique ethos of the hospital, stating, “The very seeds of our hospital is sown in philanthropy.

We are a hospital with a difference as we ensure equitable treatment for all patients. We have spent around Rs 44 crore from our funds for the treatment of underprivileged individuals. Every contribution and support we receive is channelled towards aiding the underprivileged, and it remains our key motto.”

Dr. Sudhir Rawal, MD, of RGCIRC, discussed the groundbreaking advancements in cancer treatment at RGCIRC. “RGCIRC is the first in the country to introduce cutting-edge technologies like the High-Intensity Focused Ultrasound (HIFU), robotic surgery, cyber knife and others. We are actively working towards the development of indigenous Car T cell therapy soon, and through these advancements, we continue to provide world-class oncology care.” said Dr Rawal.

Highlighting RGCIRC’s journey in philanthropy, a booklet titled “A Sun Rises in Cancer” was released, offering inspiration and insight into the institute’s charitable endeavours.

Under the banner of enhancing care and facilitating early detection and treatment, the conference brought together a consortium of medical experts, industry leaders, and corporate stakeholders.

This gathering underscored the critical importance of Corporate Social Responsibility (CSR) in advancing cancer care, particularly for those in dire financial need. Since its foundation, RGCIRC has been at the forefront of philanthropic activities, continuously innovating in cancer care to make a positive impact on countless lives.

The conference highlighted the pivotal role of early detection and treatment in managing cancer effectively, thus lowering treatment costs and empowering patients.

The event was graced by distinguished guests such as Dr Sayed Humayun Jafri, Ex-head of CSR, PR & International Patient Advisor-Tata Memorial Hospital Mumbai and other dignitaries including Mr Vivek Awasthi, GM (CSR) of Engineers India Limited (EIL), Mr Akhil Gupta, Deputy General Manager, (Admin),

Human Resources Services, NR– Bharat Petroleum Corporation Limited (BPCL), and representatives from Indian Oil Corporation Limited (IOCL) Oil and Natural Gas Corporation (ONGC). These leaders reiterated their commitment to supporting RGCIRC’s mission, emphasizing the collective responsibility to ensure equitable access to quality cancer care.

Established in 2019, the Department of Philanthropic Services has played a vital role in coordinating patient welfare programs, working independently and alongside other institutions and NGOs. RGCIRC’s initiatives extend beyond Delhi, benefiting patients from neighbouring states and supporting international patients through crowdfunding for treatment.

Organizations like Shree Ram Krishna Sewa Sansthan, Relaxo India Ltd (Mool Chand Dua Memorial Society), Yuvraj Singh Foundation, and the India Cancer Society, among others, stand with RGCIRC in its mission to support the treatment of needy patients.

क्या है ‘वन टाइम वॉटर बिल सेटलमेंट’? दिल्ली सरकार लाने जा रही यह स्कीम

दिल्लीवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक अहम घोषणा की है। बता दें कि दिल्ली सरकार जल्द ही ‘वन टाइम वॉटर बिल सेटलमेंट’ स्कीम लाने जा रही है। दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शुक्रवार को इस बाबत जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि जल मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को पास कर दिया है। कैबिनेट में जल्द ही प्रस्ताव को लाया जाएगा। कैबिनेट से पास होने के बाद वन टाइम सेटलमेंट बिल को लागू किया जाएगा। बता दें कि इस स्कीम का मकसद है कि दिल्ली में लोगों को गलत पानी के बिल की समस्या से छुटकारा दिलाना।

क्या बोले अरविंद केजरीवाल

बता दें कि वर्तमान में दिल्ली में 10 लाख से अधिक उपभोक्ताओं की पानी के बिलों के खिलाफ शिकायत है। इस कारण इन उपभोक्ताओं ने पानी के बिलों को भरना ही बंद कर दिया है। ऐसे में सरकार उन लोगों को लिए एकीकृत योजना लेकर आ रही है, जिससे उनके पानी के बिल की समस्या का समाधान हो जाएगा। बता दें कि इस स्कीम के लागू होने के बाद दिल्ली जल बोर्ड को 1400 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। एक कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस वक्त पानी के बिल बहुत गड़बड़ आ रहे हैं। उसकी चिंता मत करना। मैं उसे ठीक करने को लेकर प्लान लेकर आया हूं। जिस-जिसके पानी के बिल ज्यादा आ रहे हैं, वो बिल न भरें, मैं जल्द ही इसे ठीक कराऊंगा।

सौरभ भारद्वाज को केजरीवाल का निर्देश

सीएम अरविंद केजरीवाल ने वन टाइम वॉटर बिल सेटलमेंट योजना की घोषणा की। साथ ही उन्होंने दिल्ली सरकार में शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज को इस बाबत निर्देश दिया। बता दें कि जल्द ही कैबिनेट में इस प्रस्ताव को लाया जाएगा। कैबिनेट से प्रस्ताव के पारित होने के बाद इसे लागू किया जाएगा। बता दें कि इससे पहले सीएम केजरीवाल ने दिल्ली सोलर पॉलिसी 2024 की घोषणा की थी। इसके तहत घर में सोलर पैनल लगाने वालों को जीरो बिजली बिन आने का वादा किया गया है। सरकार की ओर से बताया गया है कि इससे लोगों को 700 से 900 रुपये प्रति महीने कमाने का अवसर भी मिलेगा।

पूर्व PM नरसिम्हा राव को भारत रत्न देने पर सिर्फ 3 शब्द बोलीं सोनिया गांधी, जयराम रमेश ने दिया ये रिएक्शन

कांग्रेस ने पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और एमएस स्वामीनाथन को ‘भारत रत्न’ (मरोणपरांत) पुरस्कार दिए जाने की घोषणा के बाद शुक्रवार को कहा कि ये तीनों महान व्यक्तित्व भारत के रत्न थे, हैं और सदैव रहेंगे। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और एमएस स्वामीनाथन जी भारत के रत्न थे, हैं और सदैव रहेंगे। उनका योगदान अभूतपूर्व था, जिसका हर भारतीय सम्मान करता है।’’

कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में किसानों को न्याय दिलाया जाना एक मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि, ‘‘ ‘किसान न्याय’ के लिए हमारी मांग है कि स्वामीनाथन फ़ॉर्मूले के आधार पर किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य की क़ानूनी गारंटी दी जाए। यही पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी और स्वामीनाथन जी को सही मायनों में श्रद्धांजलि होगी।’’

सोनिया गांधी ने क्या कहा?

कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने नरसिम्हा राव को ‘भारत रत्न’ दिए जाने की घोषणा का स्वागत किया। इस बारे में पूछे जाने पर सोनिया गांधी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं इसका स्वागत करती हूं।’’

क्या बोला नरसिम्हा राव का परिवार?

वहीं, नरसिम्हा राव की बेटी एवं भारत राष्ट्र समिति (BRS) से विधानपरिषद सदस्य वाणी देवी ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ के लिए अपने पिता को नामित किए जाने की शुक्रवार को सराहना की और इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। वाणी ने कहा कि नरसिंह राव उस वक्त प्रधानमंत्री बने थे जब देश मुश्किल समय का सामना कर रहा था। उन्होंने (राव ने) सुधारों को लागू किया जिसकी पूरे विश्व ने सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘दलगत भावना से ऊपर उठकर राव के योगदान को मान्यता देना और भारत रत्न प्रदान करना हमारे प्रधानमंत्री (मोदी) के अच्छे मूल्यों को दर्शाता है।’’

कांग्रेस नेता नरसिम्हा राव ने प्रधानमंत्री रहने के दौरान सुधारों की पहल की और अर्थव्यवस्था से लेकर विदेश मामलों जैसे क्षेत्रों में समस्याओं का स्थायी समाधान तलाशा। वाणी ने कहा, ‘‘भारत रत्न सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। हालांकि, इसमें कुछ देर हुई, लेकिन ठीक है। तेलंगाना के लोग नरसिम्हा राव को भारत रत्न दिए जाने से बहुत खुश हैं। परिवार के सदस्य अभिभूत हैं।’’

मुझे जितने समन भेजे जाएंगे, दिल्ली में उतने ही स्कूल खोलूंगा: अरविंद केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराना उनकी सरकार का लक्ष्य है और जांच एजेंसियां जितनी संख्या में उन्हें समन भेजेंगी, वह उतनी ही संख्या में राष्ट्रीय राजधानी में स्कूल खोलेंगे। मयूर विहार फेज-3 में एक सरकारी स्कूल भवन की आधारशिला रखने के बाद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार ने उनके खिलाफ अपनी सारी जांच एजेंसियों को ऐसे लगा रखा है, जैसे कि वह देश के ‘सबसे बड़े आतंकवादी’ हों। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता को उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर एक मामले के सिलसिले में 17 फरवरी को दिल्ली की एक अदालत में पेश होने को कहा गया है। केजरीवाल, कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए संघीय एजेंसी द्वारा उन्हें जारी पांच समन को टाल चुके हैं।

क्या बोले अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने से एक पीढ़ी में गरीबी का उन्मूलन हो जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए लगातार स्कूल खोल रही है। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में आप सरकार बनने के बाद से हमने कई शानदार स्कूल खोले हैं। हाल में बुराड़ी, रोहिणी और पालम समेत कई नये स्कूलों का उद्घाटन किया गया है, जिनमें 1.5 लाख बच्चों को शिक्षा मिलेगी।’’ केजरीवाल ने कहा कि नये स्कूलों में प्रयोगशाला, पुस्तकालय और गतिविधि कक्ष सहित सर्वोत्तम बुनियादी ढांचा होगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के डॉ. भीमराव आंबेडकर के सपने को पूरा कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि दो साल पहले उनकी सरकार ने घर-घर राशन पहुंचाने की योजना का प्रस्ताव किया था लेकिन केंद्र ने इसकी अनुमति नहीं दी।

केंद्र पर केजरीवाल का हमला

आप नेता ने कहा, ‘‘उन्होंने उपराज्यपाल के माध्यम से इसमें बाधा डाली। लेकिन हम शनिवार से पंजाब में घर-घर राशन पहुंचाने जा रहे हैं।’’ केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में इस योजना के शुरू होने के बाद इसे दिल्ली में भी लागू किया जा सकता है और केंद्र इसे रोक नहीं सकेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र ने दिल्ली को आधा राज्य बताकर आप सरकार के कामकाज में कई बाधाएं डाली हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा कहना है कि इसे पूर्ण राज्य बनने दीजिए। लेकिन वे कुछ नहीं करते और न ही मुझे करने देते हैं।’’ केजरीवाल ने इस बात पर अफसोस जताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्हें ‘चोर’ करार दिया है जबकि उन्होंने दिल्ली में लोगों को मुफ्त बिजली, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा मुहैया कराई है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में ये सुविधाएं महंगी और खराब गुणवत्ता की हैं।

पृथ्वी शॉ ने की दमदार वापसी, रणजी मुकाबले में सिर्फ एक सेशन में लगाया शतक

रणजी ट्रॉफी 2024 के सीजन में एलीट ग्रुप बी में छत्तीसगढ़ और मुंबई के बीच मुकाबला खेला जा रहा है। इस मैच में चोट के बाद पूरी तरह फिट होकर वापसी करने वाले युवा ओपनिंग बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का विस्फोटक अंदाज में शतकीय पारी देखने को मिली। शॉ ने खेल के पहले ही सत्र में अपना शतक पूरा कर लिया। पृथ्वी इस पारी में 185 गेंदों का सामना करने के बाद 159 रन बनाकर पवेलियन लौटे, जिसमें 18 चौके और तीन छक्के देखने को मिले। शॉ ने इस मैच में अपनी सेंचुरी पूरी करने के लिए सिर्फ 102 गेंदों का सामना किया। वहीं फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ये उनका 80वीं पारी में 13वां शतक भी है।

रणजी में ऐसा करने वाले बने तीसरे खिलाड़ी

पृथ्वी शॉ साल 2023 में इंग्लैंड की घरेलू वनडे टूर्नामेंट के दौरान एक मैच में अपने घुटने के लिगामेंट को चोटिल कर बैठे थे। इसके बाद से वह लगातार कई घरेू टूर्नामेंट में नहीं खेल सके थे। शॉ लंबे समय के बाद बंगाल के खिलाफ मुंबई के पिछले रणजी मैच के दौरान मैदान पर वापस लौटे थे, लेकिन वह बल्ले से कुछ खास कमाल करने में कामयाब नहीं हो सके। अब उन्होंने इस मैच में विस्फोटक अंदाज में शतक लगाने के साथ सभी को अपने कमबैक करने का संदेश भी दे दिया है। शॉ रणजी ट्रॉफी के इतिहास में किसी मुकाबले के पहले सेशन में शतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज भी बन गए हैं। इससे पहले साल 1950 में जेएन सेठ ने साउथर्न पंजाब के खिलाफ मैच में और साल 1965 में भरत अवस्थी ने जम्मू कश्मीर के खिलाफ मैच में ये कारनामा किया था।

पृथ्वी शॉ का अब तक ऐसा रहा फर्स्ट क्लास करियर

प्रथम श्रेणी क्रिकेट फॉर्मेट में पृथ्वी शॉ के रिकॉर्ड को देखा जाए तो उन्होंने साल 2016-17 के सीजन में तमिलनाडु के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में अपना डेब्यू किया था। इस मैच में मुंबई की दूसरी पारी में ही शॉ ने 120 रन बनाने के साथ प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी अपने नाम किया था। वहीं शॉ ने अब तक 46 फर्स्ट क्लास मैचों में 50 से अधिक के औसत के साथ 3997 रन बनाए हैं, जिसमें उनके नाम 13 शतक और 16 अर्धशतकीय पारियां दर्ज हैं।

लोकसभा चुनाव 2024 में कितने लोग वोट कर सकेंगे, क्या है नए वोटर्स की संख्या?

भारत में कुछ ही समय बाद लोकसभा चुनाव 2024 का आयोजन किया जाना है। बता दें कि ये पूरी दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक चुनाव होने वाला है। माना जा रहा है कि फरवरी महीने में ही चुनाव आयोग की ओर से लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भी किया जा सकता है। ऐसे में भारत निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी जारी की है कि लोकसभा चुनाव 2024 के में देश के कितने लोग वोट करने के लिए पात्र हैं। इसके साथ ही आयोग ने पहली बार वोट डालने वाले लोगों की भी संख्या जारी की है। आइए जानते हैं इन सभी नंबर्स के बारे में।

देश के कितने लोग वोट कर सकेंगे

भारत निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को जानकारी दी है कि  इस साल के लोकसभा चुनाव में लगभग 97 करोड़ भारतीय मतदान करने के पात्र होंगे। आयोग के मुताबिक पिछले लोकसभा चुनाव 2019 से पंजीकृत मतदाताओं की संख्या में छह प्रतिशत की वृद्धि हुई है। चुनाव आयोग ने बताया है कि दुनिया में सबसे बड़ा मतदाता वर्ग करीब 96.88 करोड़ भारत में आगामी आम चुनावों के लिए मतदान करने के लिए पंजीकृत है।

देश के कितने लोग वोट कर सकेंगे

भारत निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को जानकारी दी है कि  इस साल के लोकसभा चुनाव में लगभग 97 करोड़ भारतीय मतदान करने के पात्र होंगे। आयोग के मुताबिक पिछले लोकसभा चुनाव 2019 से पंजीकृत मतदाताओं की संख्या में छह प्रतिशत की वृद्धि हुई है। चुनाव आयोग ने बताया है कि दुनिया में सबसे बड़ा मतदाता वर्ग करीब 96.88 करोड़ भारत में आगामी आम चुनावों के लिए मतदान करने के लिए पंजीकृत है।

नए मतदाताओं की संख्या

देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने पुणे में एक संवाददाता सम्मेलन में हर चरण में राजनीतिक दलों की भागीदारी के साथ-साथ मतदाता सूची के पुनरीक्षण में शामिल विभिन्न कार्यों के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि 18 से 29 वर्ष की आयु के दो करोड़ से अधिक युवा मतदाताओं को मतदाता सूची में जोड़ा गया है। इसके साथ ही साथ मतदाता सूची की शुद्धता व शुचिता पर विशेष जोर दिया है। आयोग ने जानकारी दी है कि देश में  लैंगिक अनुपात 2023 में 940 से बढ़कर 2024 में 948 हो गया है।