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वोट ना भाट अंग्रेजी बाजा..जब रहेंगे तब हमही राजा, राजद ने नीतीश पर ली चुटकी, कहा..ये कर सकते हैं विधानसभा भंग

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नीतीश सरकार को 12 फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करना है। फ्लोर टेस्ट से पहले सियासी हलचल काफी तेज हो गई है। जेडीयू विधायकों की एकजुटता को देखने के लिए मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर विधायकों को बुलाया गया था। लेकिन पांच मिनट में नीतीश कुमार बाहर निकल गये और कुछ विधायक भी भोज में शामिल नहीं हुए। जेडीयू विधायक दल की बैठक पर राजद के विधायक फतेह बहादूर सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि ये तो ट्रेलर है अभी पूरी फिल्म बाकी है। जो 12 फरवरी को देखने को मिलेगा। वही राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि नीतीश कुमार अब विधानसभा को भंग करेंगे। इसलिए तमाम विधायकों से उन्होंने अपील की है कि वो किसी के झांसे में ना पड़े।

राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि हमारे पास बहुमत के आंकड़े हैं इसलिए झांसे में ना आए। RJD विधायक भाई वीरेंद्र ने बड़ा खुलासा किया है। कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास बहुमत नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब विधानसभा को भंग करेंगे। भाई वीरेन्द्र ने पार्टी के विधायकों से अपील की है कि वो किसी झांसे में ना आएं। कोशिश 20 महीने पहले विधायकी खत्म करने की हो रही है। हमारे पास बहुमत के आंकड़े हैं।

भाई वीरेंद्र ने मीडिया के सवालों पर कहा कि राज को राज रहने दीजिए। राजद विधायक एकजुट है ये ना तो टूटने वाले हैं ना ही झूकने वाले है। जिसके साथ हैं उसके साथ जीने मरने को तैयार है। भाई वीरेंद्र ने एनडीए का मतलब जुमलेबाज पार्टी बताया। वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर चुटकी लेते हुए कहा कि वोट ना भाट अंग्रेजी बाजा जब रहेंगे तो हमही राजा..उन्होंने कहा कि सदन को भंग करके नीतीश कुमार विधानसभा चुनाव फिर से कराना चाहते हैं। सभी दल के माननीय विधायकों से उन्होंने आग्रह किया कि इनके मनसूबे पर पानी फेरे। क्योंकि 20 महीना समय अभी बचा हुआ है। नीतीश खुद विधान परिषद में जाएंगे। सभी विधायकों से कहना चाहेंगे कि इस पर विचार होना चाहिए और संज्ञान लेना चाहिए।

 

बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले होने वाला है बड़ा खेला? जदयू के भोज में गायब हुए विधायक

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बिहार में एकबार फिर से सियासी हलचल तेज है। वजह ये है कि सीएम नीतीश कुमार को 12 फरवरी को बहुमत साबित करना है और फ्लोर टेस्ट से पहले एनडीए और महागठबंधन, दोनों की तरफ से अपने-अपने विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश जारी है। जेडीयू की तरफ से पूर्व मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर फ्लोर टेस्ट से ठीक एक दिन पहले भोज का आयोजन किया गया था जिसमें सीएम नीतीश के साथ ही जदयू के विधायक पहुंचे थे। वहीं दूसरी तरफ अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए दोपहर 3 बजे राजद ने भी अपने विधायकों को राबड़ी देवी के आवास पर बुलाया। कांग्रेस ने तो पहले ही अपने विधायकों को हैदराबाद रवाना कर दिया था।

जानकारी के मुताबिक जदयू ने कल यानी 12 फरवरी को भी मंत्री विजय चौधरी के आवास पर विधायकों की बैठक हुलाई है, हालांकि सभी दलों की तरफ से दूसरे दलों मे टूट होने और अपनी पार्टी के विधायकों के एकजुट होने का दावा किया जा रहा है लेकिन ये तो प्लोर टेस्ट के बाद ही पता चलेगा कि पलटासन किन-किन पार्टियों में हुआ है।

जदयू का दावा-नीतीश सफल होंगे

जदयू अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा है कि 12 फरवरी को सीएम नीतीश कुमार बिहार विधानसभा में शक्ति परीक्षण करेंगे। बिहार के सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनी है, यह विपक्ष को यह समझना चाहिए। वे सीधे हमारे नेताओं और हमारी पार्टी से नहीं लड़ सकते। हम उन्हें इसका करारा जवाब देंगे। हम सभी एनडीए के साथ हैं।”

नहीं पहुंचे जदयू के 6 विधायक, मचा है हड़कंप

श्रवण कुमार के यहां आयोजित भोज में नीतीश कुमार शामिल जरूर हुए लेकिन पांच मिनट में ही निकल गए। मीडिया के सवालों पर नीतीश ने कुछ नहीं कहा, बस, मुस्कुराते हुए निकल गए। वहीं सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार छह विधायकों को भोज में नहीं देखकर नाराज हो गए थे। इन छह विधायकों के नाम हैं-डॉक्टर संजीव, गूंजेश्वर शाह, बीमा भारती, शालिनी मिश्रा और सुदर्शन कुमार। कहा जा रहा है कि कुछ विधायक बीमार हो गए हैं और कुछ पारिवारिक कारणों से भोज में नहीं आए हैं। वहीं, विधायकों के भोज में नहीं आने से सियासी गलियारे में हड़कंप मचा हुआ है।

लोकसभा में गरजे गृह मंत्री अमित शाह, 22 जनवरी को बताया ऐतिहासिक दिन, जानें क्या कहा

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शनिवार को राम मंदिर पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव लाया गया। इस दौरान अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले देश में CAA का नोटिफिकेशन जारी होगा। उन्होंने कहा कि मैं साफ कर देना चाहता हूं कि इससे किसी भी व्यक्ति की नागरिकता नहीं छीनी जाएगी। इसका उद्देश्य केवल धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे पाकिस्तानी, अफगानिस्तानी और बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों को नागरिकता देना है। राम मंदिर पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान उन्होंने कहा कि 22 जनवरी आने वाले वर्षों के लिए ऐतिहासिक दिन होगा। यह वह दिन था, जिसने सभी रामभक्तों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा किया।

राम मंदिर पर क्या बोले अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “22 जनवरी का दिन महान भारत की यात्रा की शुरुआत का दिन है। ये दिन मां भारती विश्व गुरु के मार्ग पर ले जाने को प्रशस्त करने वाला दिन है। इस देश की कल्पना राम और रामचरितमानस के बिना नहीं की जा सकती। राम का चरित्र और राम इस देश के जनमानस का प्राण है। उन्होंने कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व पीएम नरेंद्र मोदी ने हर नियम का पालन किया। 11 दिन तक प्रधानमंत्री शय्या पर नहीं सोए। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन से अनभिज्ञ होकर कोई भी इस देश के इतिहास को पढ़ ही नहीं सकता।

पीएम मोदी 11 दिनों तक शय्या पर नहीं सोए

अमित शाह ने कहा कि 1528 से हर पीढ़ी ने इस आंदोलन को किसी न किसी रूप में देखा है। ये मामला लंबे समय तक अटका रहा, भटका रहा। मोदी जी के समय में ही इस स्वप्न को सिद्ध होना था और आज देश ये सिद्ध होता देख रहा है। पीएम मोदी जनता के प्रतिनिधि हैं। ऐसे में रामजन्मभूमि न्यास ने उन्हें आमंत्रित किया शिलान्यास के लिए। ऐसे में पीएम मोदी के आचरण को देखना चाहिए। पीएम मोदी का आचरण दुनिया के लोगों को प्रेरणा देगा। मोदी जी को जब मौका मिला तो उन्होंने रामनंदी समुदाय और वैष्णव संप्रदाय के लोगों से पूछा। 11 दिनों तक केवल पीएम मोदी ने नारियल पानी के साथ उपवास किया। 11 दिन पूरे समय राममय और रामभक्ति में बसे रहना। पीएम मोदी ने इन सभी नियमों का पालन किया।

Chrome करते हैं इस्तेमाल तो तुरंत कर लें अपडेट, सरकार ने जारी किया अलर्ट

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अगर आप मोबाइल, लैपटॉप या फिर डेस्कटॉप में Google Chrome का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए यह खबर काम की होने वाली है। अगर आप ऑनलाइन काम करते हैं तो आपको अब अलर्ट होने की जरूरत है। खुद सरकार की तरफ से इसे लेकर अलर्ट जारी किया गया है। सरकार की सुरक्षा एजेंसी CERT-In की तरफ से  Google Chrome OS इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को चेतावनी जारी की गई है। अगर आप भी क्रोम का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाइए।

दरअसल कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉस टीम की तरफ से क्रोम ब्राउजर को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। एजेंसी ने इस सर्च इंजन के एक वर्जन में कुछ खामियां पाई हैं। ब्राउजर की ये ऐसी कमियां हैं जिससे यूजर्स के पर्सनल डेटा और प्राइवेसी को लेकर बड़ा खतरा हो सकता है। आइए आपको इस सरकारी चेतावनी के बारे में डिटेल से बताते हैं।

CERT-In की तरफ से कहा गया है कि स्मार्टफोन या फिर लैपटॉप यूजर्स को अपने ब्राउजर को 114.0.5735.350 या नए वर्जन तुरंत अपडेट कर लेना चाहिए। CERT-In के मुताबिक इन कमियों का फायदा उठाकर स्कैमर्स या फिर हैकर्स आपका पर्सनल डाटा चुरा सकते हैं। अगर आप अपने डाटा को सेफ रखना चाहते हैं तो इसे तुरंत अपडेट कर लें। सिर्फ डेटा की चोरी ही नहीं बल्कि हैकर्स आपके सिस्टम में गलत कोड भी डाल सकते हैं।

इस तरह से गूगल क्रोम अपडेट करें

  1. अपडेट करने के लिए सबसे पहले अपने फोन या फिर लैपटॉप पर गूगल क्रोम को ओपन करें।
  2. अब स्क्रीन के टॉप राइट कॉर्नर में बने तीन डॉट्स पर क्लिक करें।
  3. अब एक स्मॉल विंडो ओपन होगी इसमें आपको हेल्प का ऑप्शन मिलेगा इसमें गूगल क्रोम को सेलेक्ट कर लें।
  4. नेक्स्ट स्टेप में आपको यहां पर लेटेस्ट अपडेट या फिर अपडेट अवेलवल दिखाई देगा। इसे इंस्टाल कर लें।
  5. इंस्टालेशन के बाद आपको क्रोम ब्राउजर आटोमैटिकली अपडेट हो जाएगा।

लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, राज्यसभा सांसद ही बनेंगे

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। सूत्रों ने ये दावा किया कि वह फिर से राज्यसभा सांसद ही बनेंगे। बताया जा रहा है कि जेपी नड्डा को राज्यसभा के अगला टर्म के लिए उत्तर प्रदेश से भेजा जा सकता है। दरअसल, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर नड्डा के ऊपर चुनाव लड़वाने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, इसलिए वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। बता दें कि बीजेपी के के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हाल ही में राज्यसभा से रिटायर हुए हैं।

निर्मला और जयशंकर भी नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव

इतना ही नहीं सूत्रों ने ये भी दावा किया है कि वर्तमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री जयशंकर की भी 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावनाएं नहीं हैं। ये दोनों ही नेता राज्यसभा सांसद हैं। बता दें कि निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर का कार्यकाल अभी 3 साल से ज्यादा का बचा है, लिहाजा इन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने से छूट मिल सकती है। इसके अलावा धर्मेन्द्र प्रधान, भूपेंद्र यादव और मुरलीधरन लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

कई मंत्रियों को चुनाव में उतारेगी बीजेपी 

ऐसा माना जा रहा है कि नड्डा के अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा जाने की उम्मीद कम ही है क्योंकि हिमाचल में कांग्रेस की सरकार है और वहां बीजेपी के विधायकों की संख्याबल कम है। लिहाजा जेपी नड्डा के उत्तर प्रदेश से राज्यसभा जाने की संभावनाएं ज्यादा हैं। सूत्रों ने ये भी बताया कि धर्मेन्द्र प्रधान, भूपेंद्र यादव और मुरलीधरन जैसे केद्रीय मंत्रियों को बीजेपी चुनावी रण में उतार सकती है।

नड्डा समेत कई मंत्री राज्यसभा से रिटायर

बता दें कि चुनाव आयोग ने हाल ही में 27 फरवरी को 56 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव की अधिसूचना जारी की है। इस कार्यकाल में रिटायर होने वाले सांसदों की लिस्ट में जेपी नड्डा, मनमोहन सिंह समेत 9 अन्य केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। इनमें रेल मंत्री अश्वणी वैष्णव, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी शामिल हैं।

‘जो छोटे-छोटे दल BJP में गए, वे…’, शिवपाल यादव के बयान पर राजभर का करारा पलटवार

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समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवपाल यादव के एक बयान पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर ने करारा पलटवार किया है। जयंत चौधरी के NDA में शामिल होने की चर्चा पर शिवपाल ने कहा था कि जो छोटी-छोटी पार्टियां बीजेपी में गईं वे कहीं की नहीं रहीं। सपा महासचिव के बयान पर पलटवार करते हुए राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी ही कहां सम्मान देती है। बता दें कि जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोकदल का सपा से किनारा करके बीजेपी के साथ जाना लगभग तय हो गया है, ऐसे में बयानबाजियों का दौर जारी है।

‘…तो 4 उंगलियां आपकी तरफ भी हैं’

शिवपाल यादव के बयान पर पलटवार करते हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) प्रमुख ओपी राजभर ने कहा, ‘समाजवादी पार्टी कहां सम्मान देती है। समाजवादी पार्टी से क्यों जयंत चौधरी जा रहे हैं? समाजवादी पार्टी से बसपा का 2 बार गठबंधन क्यों टूटा? कांग्रेस से दूसरी बार गठबंधन टूटने के कगार पर है। अगर आप दूसरी ओर इशारा कर रहे हैं तो 4 उंगलियां आपकी तरफ भी हैं।’ बता दें कि 2022 का यूपी विधानसभा चुनाव राजभर ने अखिलेश यादव के साथ मिलकर लड़ा था, हालांकि चुनाव के कुछ ही समय बाद उन्होंने सपा का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था।

‘राष्ट्रीय नेतृत्व इस संबंध में बात कर रहा है’

जयंत के NDA में शामिल होने की चर्चा पर बीजेपी के नेता अभी कुछ भी साफ-साफ नहीं बोल रहे हैं। यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जब तक सब साफ नहीं हो जाता, हम इस पर नहीं बोलना चाहते। उन्होंने कहा, “हमारा राष्ट्रीय नेतृत्व इस संबंध में बात कर रहा है। जब तक उधर से बात नहीं हो जाती तब तक इसके बारे में हम लोग नहीं बोलना चाहते हैं। हम ये कह सकते हैं कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की आंधी चल रही है। हम यूपी की 80 लोकसभा सीटें जीत रहे हैं।”

मैंने कोई घोषणा नहीं की है: जयंत चौधरी

बता दें कि इसके पहले जयंत चौधरी ने अपने दादा और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने के सरकार के फैसले के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए लोकसभा चुनाव से पहले NDA में शामिल होने का संकेत दिया था। उन्होंने कहा था कि मोदी जी ने दिखाया है कि वह देश की सोच और भावनाओं को समझते हैं। हालांकि BJP के साथ सीट-बंटवारे को लेकर सहमति बनने के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा, ‘ऐसे दिन चुनाव के बारे में बात करना अपमानजनक होगा। मैंने कोई घोषणा नहीं की है। मैंने सिर्फ इतना कहा था ‘कोई कसर रहती है?’

पाकिस्तान चुनाव रिजल्ट: पूर्व PM इमरान खान को मिली जमानत, गोलीबारी में नेशनल असेंबली के पूर्व सदस्य घायल

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पूर्व प्रधान मंत्री नवाज़ शरीफ़, पूर्व पीएम इमरान खान और साथ ही विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो, तीनों नेताओं ने संसदीय चुनावों में अपनी-अपनी पार्टी की सहज जीत की उम्मीद जताई थी, लेकिन अब हर पार्टी को सत्ता तक पहुंचने की चुनौतीपूर्ण राह का सामना करना पड़ रहा है। खबर ये है कि निर्दलीय उम्मीदवार सत्ता के समीकरण में अहम भूमिका निभाएंगे और इनके सहयोग से ही पाकिस्तान में अगली सरकार बन सकेगी। पाकिस्तान की न्यूज एजेंसी जियो न्यूज के अनुसार संसद की 241 सीटों के आए परिणामों में पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ  (पीटीआई) समर्थित प्रत्याशियों ने 96 सीटें जीती हैं जबकि दूसरे स्थान पर नवाज शरीफ की पार्टी- पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) है। पीएमएल (एन) के 69 प्रत्याशी जीते हैं जबकि बेनजीर भुट्टो की विरासत वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के हिस्से में 52 सीटें आई हैं। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट के प्रत्याशी 15 सीटों पर जीत हासिल की है।

उत्तरी वज़ीरिस्तान में गोलीबारी

उत्तरी वज़ीरिस्तान में गोलीबारी में नेशनल असेंबली के पूर्व सदस्य घायल

पाकिस्तान के सेना प्रमुख का बड़ा बयान

आम चुनाव के नतीजे आने से पहले देश के सेना प्रमुख ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान को “अराजकता और ध्रुवीकरण” की राजनीति से आगे बढ़ने की जरूरत है। बता दें कि पाकिस्तान के राजनीतिक परिदृश्य पर सेना का दबदबा है।1947 में भारत से विभाजन के बाद से लगभग आधे इतिहास में जनरलों ने देश को चलाया है।

सेना के एक बयान के अनुसार, जनरल सैयद असीम मुनीर ने कहा, “अराजकता और ध्रुवीकरण की राजनीति से आगे बढ़ने के लिए देश को स्थिर हाथों में सौंपने की आवश्यकता है, जो 250 मिलियन लोगों के प्रगतिशील देश के लिए उपयुक्त नहीं है।”

इमरान खान को इस मामले में मिली जमानत

आतंकवाद रोधी अदालत ने पीटीआई के संस्थापक इमरान खान को जमानत दे दी है।

पाकिस्तान में बन सकती है गठबंधन की सरकार

शहबाज शरीफ और बिलावल भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मुलाकात के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) केंद्र और पंजाब प्रांत में गठबंधन सरकार बनाने पर सहमत हो गए हैं और उन्हें साथ मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित किया है। पाकिस्तान, जियो न्यूज ने बताया। पाकिस्तान में विभाजनकारी चुनावों में कोई स्पष्ट विजेता नहीं रहा है क्योंकि धीमी गति से चल रही मतगणना प्रक्रिया शनिवार को पूरी होने के करीब है, यह दर्शाता है कि नकदी संकट से जूझ रहे भारत के पड़ोसी के लिए मायावी राजनीतिक स्थिरता अभी भी एक दूर का सपना हो सकती है।

जम्मू-कश्मीर से जुड़े 3 अहम बिलों को मिली संसद की मंजूरी, जानें क्या है खास

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संसद ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर से जुड़े 3 अहम विधेयकों को मंजूरी दे दी। इन विधेयकों में केंद्र शासित प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव में OBC को आरक्षण देने तथा वाल्मीकि समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने के प्रावधान शामिल हैं। राज्यसभा में जम्मू कश्मीर पंचायती राज विधेयक (संशोधन) विधेयक, संविधान (जम्मू कश्मीर) अनुसूचित जातियां आदेश (संशोधन) विधेयक 2024 और संविधान (जम्मू कश्मीर) अनुसूचित जनजातियां आदेश (संशोधन) विधेयक पर एकसाथ चर्चा के बाद ध्वनिमत से पारित किया गया। बता दें कि लोकसभा में ये विधेयक पहले ही पारित हो चुके हैं।

‘कश्मीर को लेकर विपक्ष के आरोपों में सच्चाई नहीं’

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार और जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने विधेयकों पर हुई चर्चा के जवाब दिए और फिर उसके बाद इन्हें राज्यसभा ने मंजूरी दी। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने ‘जम्मू कश्मीर स्थानीय निकाय कानून (संशोधन) विधेयक, 2024’ पर हुई चर्चा पर जवाब देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर को लेकर विपक्षी सदस्यों ने जो भी आरोप लगाए हैं उनमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद वहां विकास को गति मिली है और केंद्रशासित प्रदेश मुख्यधारा में जुड़ा है।

‘कश्मीर से 370 हटने के बाद हुए जरूरी बदलाव’

राय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाए जाने के बाद वहां महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं तथा शांति, सुरक्षा और विकास सहित सामाजिक एवं आर्थिक आयामों में सुधार देखे गये हैं। उन्होंने कहा कि सिंचाई परियोजना, कृषि, पर्यटन आदि क्षेत्रों में बेहतरीन विकास हुआ है तथा सामाजिक कल्याण के लिए कार्य हुआ है। राय ने कहा, ‘अनुच्छेद 370 देश की एकता व अखंडता में बाधा थी और उस कलंक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाप्त किया।’ उन्होंने कहा कि कश्मीर में इंफ्रास्ट्रक्चर में भी काफी सुधार हुआ है, औद्योगिक विकास भी हुआ है, जिसके कारण उत्पादन और पर्यटन में भी वृद्धि हुई है।

‘4 लाख से ज्यादा रोजगार के मौके पैदा होंगे’

राय ने कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद 3,362 प्रस्ताव औद्योगिक क्षेत्र के लिए आए है और करीब 90 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं तथा इससे 4 लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा, ‘5000 करोड़ से ज्यादा के निवेश हो चुके हैं। मोदी सरकार के प्रयासों का ही परिणाम है कि जम्मू कश्मीर में हिंसा, पत्थरबाजी, हत्या एवं अन्य आतंकवादी घटनाओं में गिरावट आई है। जम्मू कश्मीर के लोगों ने मोदी सरकार पर भरोसा किया है। इस विधेयक का उद्देश्य स्थानीय निकाय चुनावों में निष्पक्षता और समावेशिता के सिद्धांतों को कायम करना है।’

PM मोदी बोले- नया भारत बनाने के लिए यह समय हमारे लिए अनुकूल

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लोकसभा चुनाव नजदीक हैं और देश में राजनीतिक हलचल बढ़ चुकी है। नेताओं की जनसभाएं और रैलियां भी शुरू हो जाएंगी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि देश को एक नई राह पर ले जाया जाए। उन्होंने कहा कि ‘नया भारत’ बनाने के लिए समय अनुकूल है। परिस्तिथियां और कई कारक हमारे पक्ष में हैं।

भारत बनेगा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने ईटी नाउ ग्लोबल बिजनेस समिट में कहा कि इस साल पेश किया गया सरकार का अंतरिम बजट इसी दिशा में एक कदम है। उन्होंने कहा कि इससे देश की अर्थव्यवस्था को स्थिरता और निरंतरता मिलेगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं गारंटी देता हूं कि उनकी सरकार के तीसरे कार्यकाल में देश की अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।

‘हमने अर्थव्यवस्था का स्वरुप बदल दिया’

वहीं संसद पेश किए गए श्वेत पत्र पर बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसमें पिछली सरकार के तहत आर्थिक चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया था। इसमें बताया गया है कि हमें कैसी अर्थव्यवस्था मिली थी और आज हमने काम करके उस अर्थव्यवस्था को कितना मजबूत कर दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले सरकारें राजनीतिक हितों को साधने के लिए काम करती थीं, वहीं हमारी सरकार ने राष्ट्रीय हित सर्वोच्च रखकर काम किया। पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं 2014 में प्रधानमंत्री बना और मैंने अर्थव्यवस्था का हाल देखा तो हैरान था। अर्थव्यवस्था खस्ताहाल थी। वैश्विक निवेशकों में निराशा थी। अगर मैंने यह डेटा तब जारी किया होता, तो इससे गलत संकेत जा सकता था। यह मेरे लिए राजनीतिक रूप से अनुकूल होता, लेकिन राष्ट्रीय हित ने मुझे ऐसा करने की अनुमति नहीं दी।

‘2014 के बाद से गरीबी नाम पर चल रहा उद्योग खत्म हुआ’

पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले अपनाई गई नीतियां देश को गरीबी की राह पर ले जा रही थीं। पहले गरीबी उन्मूलन के फॉर्मूले पर एसी कमरों में बैठकर बहस होती थी और गरीब गरीब ही रह जाता था। लेकिन 2014 के बाद जब गरीब मां-बाप का बेटा प्रधानमंत्री बना तो गरीबी के नाम पर चल रहा ये उद्योग खत्म हो गया। अब शासन मॉडल एक साथ दो धाराओं पर आगे बढ़ रहा है। एक ओर, हम उन चुनौतियों का भी समाधान कर रहे हैं जो हमें 20वीं सदी से विरासत में मिली हैं। दूसरी ओर, हम 21वीं सदी की आकांक्षाओं को पूरा करने में भी लगे हुए हैं। ऐसे कई क्षेत्र हैं जिनमें पिछले 10 वर्षों में इतना काम हुआ है जितना पिछले 70 वर्षों में नहीं हुआ था।