विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले में कांवरियों के स्वागत के लिए सुल्तानगंज तैयार हो रहा है। पूरे शहर में साफ-सफाई हो रही है, दुकानें सज गई हैं। घाटों पर पंडों की चहलकदमी है और कांवरिया गंगा में डुबकी लगाकर कांवर यात्रा पर निकलने लगे हैं। हालांकि श्रावणी मेले की शुरुआत 4 जुलाई से है और नमामि गंगे घाट पर उद्घाटन समारोह की तैयारी भी जोर-शोर से चल रही है।
सुल्तानगंज बाजार भी पूरी तरह से भगवा रंग में रंगा है। बाजार में हर घर का बरामदा दुकान की शक्ल में ढल गया है तो दुकानें दुल्हन की तरह सज गई हैं। कहीं कांवर के सजावट की दुकानें तो कहीं कांवरियों के पहनावे की चीजें। कहीं कमर में बांधने वाला बैग बिक रहा है तो कहीं टॉर्च, लाठी और बारिश से बचने के साधन। सिर्फ सुल्तानगंज बाजार ही नहीं, बल्कि सुल्तानगंज आने वाली सड़कों पर भी ऐसी दुकानें हैं।
स्थानीय दुकानदार दिनेश साह बताते हैं कि सामान्य दिनों में खाने-पीने की चीजों की बिक्री करते हैं। लेकिन अभी साथ में बैग, मोबाइल पैकेट, पानी आदि की भी दुकान कर लिए हैं। घाट रोड में ही एक कांवर दुकान पर बैठे चंदेश्वरी बताते हैं कि वह सिर्फ सावन और भादो में ही यहां दुकान करते हैं। कांवर की दुकान चलाते हैं। दुकानदार कालीचरण ने बताया कि यहां विवाह भवन चलता है। अभी ऊपर कांवरियों के ठहरने की व्यवस्था है और नीचे की जगह हमलोगों ने कांवर की दुकान के लिए लिया है। दो महीने तक ही यह दुकान चलेगी।
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