विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेला में आने वाले कांवरियों को बेहतर सुविधा दी जाएगी। इसको लेकर पर्यटन विभाग के द्वारा कांवरियाें काे ठहरने के लिए बांका के अबरखा में 600 बेड की टेंट सिटी बनाई गई है। साथ ही मुंगेर के खैरा में 200 बेड की टेंट सिटी का निर्माण कराया गया है। पर्यटन निगम के द्वारा सभी जरूरी सुविधाएं प्रदान करेगा। सचिव अभय कुमार सिंह के नेतृत्व में पर्यटन विभाग श्रद्धालुओं व कांवरियों को बेड, शौचालय, पेयजल, कांवर स्टैंड, फूड कियोस्क आदि के साथ मनोरंजन तक की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहा है।

मेला के दौरान यहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। बिहार पर्यटन के आधिकारिक मोबाइल एप पर मेले से जुड़ी सभी जरूरी सूचनाओं, मोबाइल नंबर और सुविधाओं की जानकारी मिलेंगी। सुल्तानगंज से दुम्मा तक कुल 11 अस्थायी पर्यटक सूचना केंद्रों में सभी आवश्यक जानकारियां मुहैया कराए जाएंगी। श्रावणी मेला के उद्घाटन के अवसर पर 4 जुलाई को सुल्तानगंज में प्रसिद्ध पार्श्वगायक कैलाश खेर की भक्तिमय प्रस्तुति होगी।

बिहार पर्यटन के एप पर मेले से जुड़ी सूचनाओं व सुविधाओं की जानकारी मिलेंगी

नेपाल से काफी संख्या में पहुंचते हैं श्रद्धालु : बिहार, बंगाल, ओडिसा, झारखंड एवं नेपालवासियों के लिए समीप में यह एकमात्र ज्योतिर्लिंग है, जहां इन राज्यों एवं नेपाल से सर्वाधिक संख्या में श्रद्धालुगण पहुंचते हैं। सुल्तानगंज से बिहार सीमा तक विभिन्न स्थलों पर पर्यटक सहायता केन्द्र होंगे, जहां कावरियों/श्रद्धालुओं को सहायता दी जाएगी। मेले में कांवर स्टैंड, चलंत शौचालय एवं स्थायी रेन सेल्टर, मार्गीय सुविधा, बिजली, पानी, साफ-सफाई, शौचालय आदि की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। बिहार राज्य पर्यटन निगम के एमडी नंद किशोर, जीएम अभिजीत कुमार और विभाग के निदेशक अंतिम रूप दे रहे हैं।

यहां रहेंगे अस्थायी पर्यटक सूचना केंद्र

1.सुल्तानगंज स्टेशन
2.बस स्टैंड सुल्तानगंज
3.सुल्तानगंज
4.धांधी बेलारी
5.कुमरसार
6.धौरी

7.सूईया
8.अबरखा
9.कटोरिया
10.इनारावरण
11.दुम्मा

ठहरने की व्यवस्था

  • जिलेबिया मोड़ धर्मशाला
  • इनारावरण धर्मशाला
  • अबरखा धर्मशाला
  • गोड़ियारी धर्मशाला

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