रांची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरने वाले मार्ग में देर रात पेशाब के विवाद को लेकर चली गोली, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरने वाले मार्ग से सिर्फ दो किलोमीटर की दूरी पर मंगलवार की रात लगभग सात बजे गोली चली। जगरनाथपुर थाना क्षेत्र के रांची-खूंटी रोड राजकीय अतिथिशाला के समीप ईदगाह के पास पेशाब करने के विवाद को लेकर स्कॉर्पियो सवार तीन युवकों और ग्रामीणों के बीच जमकर मारपीट हुई।

गोली चलने की घटना से लोग स्तब्ध

गाड़ी में सवार तीनों युवकों की ग्रामीणों ने जमकर पिटाई कर दी और स्कॉर्पियो को ईंट-पत्थरों से क्षतिग्रस्त कर दिया। विवाद से पहले स्कार्पियो पर सवार युवकों में से एक ने पिस्तौल से फायरिंग कर दी। घटना स्थाल से लगभग दो किलोमीटर दूर स्थित बिरसा चौक से प्रधानमंत्री रात 9 बजकर 57 मिनट पर गुजरे।

सुरक्षा चाक-चौबंद होने के बाद भी गोली चलने की इस घटना से लोग स्तब्ध हैं और व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। गोली चलने की इस घटना के बाद मौके पर स्थित लोग और आक्रोशित हो गए और जमकर पिटाई कर दी। मौके पर पुलिस पहुंचकर तीनों को थाने ले आई।

वहीं, क्षतिग्रस्त स्कॉर्पियो को भी जब्त कर लिया। समाज के कुछ लोगों की समझदारी से मॉब लिंचिंग की बड़ी घटना होते-होते बची। पुलिस ने तीनों युवकों को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गई व पिस्टल को जब्त कर लिया है।

कौन-कौन हुआ है गिरफ्तार?

सुमित मिंज उर्फ लांउडर सुमित जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के लटमा बस्ती का रहने वाला है। जगन्नाथपुर थाना से रंगदारी के मामले में जेल जा चुका है। थाना में इसके विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज हैं। दूसरा युवक अजीत सिंह तुपुदाना ओपी क्षेत्र के बसारगढ़ रोड नंबर 12 का रहने वाला है।

तीसरा युवक मिट्ठू यादव जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के भवानी नगर नेपाली कालोनी का निवासी है। मिट्ठू भी मारपीट के मामले में जेल जा चुका है।

क्या है मामला

स्थानीय लोगों एवं पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शाम सात बजे के लगभग सफेद रंग की स्कॉर्पियो से तीन युवक उतरे और सड़क किनारे ईदगाह के समीप पेशाब करने लगे। कचनार टोली के युवकों ने जब उन्हें देखा मना किया। तीनों युवक नशे में थे।

मना करने पर तीनों युवक मीणों से उलझ गए और दोनों पक्षों के बीच मारपीट होने लगी। मारपीट के क्रम में स्कार्पियो सवार युवकों में से एक ने अपने कमर से पिस्तौल निकाल कर फायरिंग कर दी। गोली चलने की सूचना पर कचनार टोली के ग्रामीण दौड़कर घटना स्थल पर पहुंच गए। इसके बाद उनकी खूब पिटाई की गई।