बिहार में जारी मंगलराज की एक और घटना सामने आयी है. थाने से दो-ढ़ाई सौ मीटर की दूरी पर दारोगा को सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. अपराधियों ने दारोगा को जमकर पीटा और फिर आराम से निकल गये. बता दें कि इससे पहले एक जेडीयू नेता ने दारोगा को जिंदा जलाने की कोशिश की थी. एक जवान को बालू माफियाओं ने गाड़ी से कुचल कर मार डाला. भारतीय वन सेवा के एक अधिकारी पर जानलेवा हमला हुआ. हर रोज ऐसी घटनायें सामने आ रही है.

रोहतास में हुआ नया वाकया

ये वाकया रोहतास जिले के बिक्रमगंज थाना के पास की है. विक्रमगंज थाने से सिर्फ दो-ढाई सौ मीटर की दूरी पर गुरुवार की देर रात थाने के दारोगा को बदमाशों ने जमकर पीटा. हाल ये था कि अपराधियों के डर से भाग रहे दारोगा को बदमाशों ने खदेड़ कर मारा. दारोगा जान बचाकर भागे और अपराधी वहां से बड़े आराम से निकल गये.

घटना के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक बिक्रमगंज थाने में पोस्टेड दारोगा राकेश कुमार विक्रमगंज बाजार में बिस्कोमान ऑफिस के सामने की गली में एक मकान में किराए पर रहते हैं. गुरूवार को थाने में उनकी नाइट ड्यूटी थी. वे अपने घर से रात करीब 10 बजे वह ड्यूटी के लिए थाने जा रहे थे. इसी दौरान ये घटना हुई.

दारोगा भागे और अपराधियों ने खदेड़ कर पीटा

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक घर से थाने जा रहे दारोगा को रास्ते में 5-6 युवक मिले. दरोगा ने उन्हें टोका तो उन युवकों से उनकी कहासुनी होने लगी. इसके बाद बदमाशों ने दारोगा से मारपीट करना शुरू कर दिया. खुद को घिरा देख कर दारोगा अपने घर की ओर उल्टे पांव भागे. लेकिन बदमाशों ने उन्हें खदेड़-खदेड़कर पीटा. दरोगा किसी तरह से जान बचाकर अपने घर में जा छिपे. अपराधी बड़े आराम से मौके से निकल गये.

दारोगा को गंभीर चोट आयी

घर में जा घुसे दारोगा ने थाने में फोन कर मामले की जानकारी दी. इसके बाद थाने से पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और दरोगा को इलाज के लिए विक्रमगंज अनुमंडल अस्पताल ले गये. विक्रमगंज अनुमंडल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सासाराम सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. दरोगा को शरीर पर कई जगह चोट आयी है. हालांकि शुक्रवार को उन्हें इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है.

पुलिस ने कहा- पीटने वालों को पहचान लिया

दारोगा को दौड़ा कर पीटने का मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग कह रहे हैं कि अगर पुलिस का ये हाल है तो आम लोगों का क्या होगा. उधर, विक्रमगंज एसडीपीओ का प्रभार संभाल रहे पुलिस निरीक्षक देवराज राय ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के सहारे अपराधियों की पहचान कर ली गई है. इस घटना में पांच लोग शामिल थे, उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. हालांकि उन्होंने आरोपियों का नाम बताने से इनकार कर दिया. इंस्पेक्टर ने कहा कि अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद पूरी जानकारी दी जायेगी. वैसे, स्थानीय लोग कह रहे हैं कि पूरा विक्रमगंज इलाका शराब तस्करों और पियक्कड़ों का अड्डा बन गया है. उन्होंने ही इस घटना को अंजाम दिया है.


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