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रेलवे स्टेशनों के विकास के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत बिहार के 92 रेलबे स्टेशनों को विकसित किया जाएगा। जबकि इस योजना के तहत देश के कुल 1309 स्टेशनों को विकसित करना है। रेलवे बोर्ड ने इन स्टेशनों की सूची जारी की है। योजना के अनुसार इन स्टेशनों का विकास पीपीपी मोड पर किया जाना है। इसमें खासतौर से यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ख्याल रखा जाएगा। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कार्यकारी लाउंज, व्यावसायिक बैठकों के लिए स्थान निर्दिष्ट करने समेत प्रत्येक स्टेशन के आवश्यकतानुसार सुविधाओं को डेवलप किया जाना भी है। इसके अलावे इस योजना से स्टेशन संरचनाओं को उन्नत करने, दोनों तरफ के आसपास के शहरी क्षेत्रों के साथ स्टेशनों को एकीकृत करने, मल्टीमाडल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं प्रदान करने व रूफ प्लाजा भी विकसित किया जाएगा।

बिहार के इन स्टेशनों का हुआ है चयन

अनुग्रह नारायण रोड, आरा, बख्तियारपुर, बांका, बनमनखी, बापूधाम, मोतिहारी, बरौनी, बाढ़, बारसोई जंक्शन, बेगूसराय, बेतिया, भभुआ रोड,भागलपुर, भगवानपुर, बिहारशरीफ, बिहिया, बिक्रमगंज, बक्सर, चौसा, छपरा, दलसिंह सराय, दरभंगा , दौराम मधेपुरा, डेहरी ऑन सोन, ढोली, दिघवारा, डुमरांव, दुर्गौती, फतुहा, गया, घोड़ासहन, गुरारू, हाजीपुर जंक्शन, जमालपुर, जमुई, जनकपुर रोड, जयनगर, जहानाबाद, कहलगांव, करहगोला रोड, खगड़िया जंव्शन, किशनगंज, कुदरा, लाभा, लहेरिया सराय, लखीसराय, लखमीनिया, मधुबनी, महेशखूंट, मैरवा, मानसी जंक्शन, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नबीनगर रोड, नस्कटियागंज, नौगछिया, पहाड़पुर, पीरो, पीरपैंती, रफीगंज, रघुनाथपुर, राजेंद्र नगर, राजगीर, राम दयालु नगर, रक्सौल, सबौर, सगौली, सहरसा, साहेबपुर कमाल, सकरी, सलौना, सालमारी, समस्तीपुर, सासाराम, शाहपुर पटोरी, शिवनारायणपुर, सिमरी वा रपुर, सिमुलतला, सीतामढी, सीवान, सोनपुर जंक्शन, सुल्तानगंज, सुपौल, तारा, ठाकुरंज, थाबे, अररिया कोर्ट, चकिया, नवादा, मोतीपर, एकमा और मशरख।

क्या है अमृत भारत स्टेशन स्कीम

अमृत भारत स्टेशन स्कीम को फरवरी, 2023 में लांच किया गया था. इसके अंतर्गत 1309 स्टेशनों को रीडेवलप किया जाना है. इसमें स्टेशनों को आधुनिक बनाना, यात्री सुविधाओं का विस्तार, यात्रियों का मैनेजमेंट और बेहतर साइन सिस्टम बनाया जाना है।

508 स्टेशनों पर काम शुरू

इस योजना के अंतर्गत नवंबर, 2023 तक 508 स्टेशनों पर विकास कार्य शुरू हो चुका है. इस काम को चरणों में पूरा किया जाएगा. स्टेशनों के विकास पर फिलहाल 24,470 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. काम पूरा होने पर ये स्टेशन मॉडल के रूप में विकसित हो जाएंगे. यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और उनका सफर आरामदायक हो जाएगा. रेलवे स्टेशन किसी भी शहर का चेहरा माने जाते हैं. साथ ही इन्हें इंफ्रास्ट्रक्चर हब के रूप में भी देखा जाता है।

क्या बदलाव होने हैं स्टेशनों पर

इस योजना के तहत यात्रियों को साफ और हायजेनिक वेटिंग एरिया, रेस्टरूम बनाए जाने हैं साथ ही खाने-पीने के अच्छे स्टॉल भी लगाए जाने हैं. यात्रियों और गाड़ियों के आने और जाने के लिए अलग-अलग पॉइंट बनाए जाएंगे. रोड चौड़ी होंगी और पर्याप्त पार्किंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. रेलवे स्टेशनों को बस, टैक्सी और ऑटो रिक्शा स्टैंड से जोड़ा जाएगा. इसके अलावा यात्रियों के निर्देश स्पष्ट और कई भाषाओं में लिखे जाएंगे. प्रकाश की व्यवस्था और उपकरणों के लिए वैकल्पिक ऊर्जा स्त्रोतों का इस्तेमाल किया जाएगा. रेन वाटर हार्वेस्टिंग और हरियाली के इंतजाम भी किए जाएंगे. इसके अलावा कई तरह की सुविधाएं भी स्टेशनों पर मिलेंगी।


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