ईरान पर जवाबी एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने एक बड़ा फैसला लिया है। तनाव के बीच पाकिस्तान के इस फैसले का कई मायने निकाले जा रहे हैं। ईरान से संबंधों में भारी तनाव आने के बावजूद पाकिस्तान ने व्यापार को न प्रभावित करने वाला निर्णय लिया है। पाकिस्तान का कहना है कि वह इन तनावों के बीच व्यापार को बाधित नहीं करना चाहता। इसका मतलब यह भी निकाला जा रहा है कि पाकिस्तान को पता है कि व्यापार रुकने से उसका ही आर्थिक नुकसान होगा। दूसरा अर्थ यह भी है कि पाकिस्तान जवाबी एयरस्ट्राइक करने के बाद अब मामले को ज्यादा बढ़ाना नहीं चाहता।
इसलिए पाकिस्तान और ईरान के बीच तनाव के बावजूद अशांत बलूचिस्तान प्रांत में सभी सीमा चौकियों पर व्यापार गतिविधियां सामान्य रूप से जारी हैं। पाकिस्तानी अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मकरान के आयुक्त सईद अहमद उमरानी ने कहा कि शुक्रवार को सब्जियां और अन्य सामान ले जाने वाले 100 से अधिक ट्रक ताफ्तान सीमा से ईरान भेजे गए। पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को ईरान के सिएस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में कथित “आतंकवादी ठिकानों” पर “सटीक सैन्य हमले” किए थे, जिसमें नौ लोग मारे गए। इससे पहले ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सुन्नी बलूच आतंकवादी समूह जैश अल-अदल के दो ठिकानों को निशाना बनाया था।
व्यापार गतिविधियां रहेंगी जारी
उमरानी ने कहा कि सकारात्मक बात यह है कि दोनों पक्षों की सरकारें अब बलूचिस्तान में ताफ्तान, ग्वादर, केच, पंजगुर और वाशुक की सीमा चौकियों के जरिए व्यापार गतिविधियों को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा, ”तनाव के बावजूद वहां वाहनों और कंटेनरों के आने-जाने से व्यापार सामान्य रूप से चल रहा है।” पंजगुर की उपायुक्त मुमताज खेत्रान ने कहा कि तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) और अन्य पेट्रोलियम उत्पादों को ईरान के साथ लगी सीमा से पाकिस्तान जाया जा रहा है।
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