खुद को ब्रिटिश महिला चिकित्सक बताकर पटना में तैनात एक वरीय अधिकारी से दोस्ती की। इसके बाद झांसे में लेकर उनसे हजारों रुपये ठग लिए।
वरीय अधिकारी मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं। यहां पर उनका आवास है। मामले में काजी मोहम्मदपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
इस तरह हुई थी दोस्ती
बताया गया कि दोनों पेन पाल (मित्र) बने थे। पिछले दिनों ब्रितानी महिला ने दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विदेश मंत्रालय द्वारा रोके जाने की बात बताकर अधिकारी से दो बार में साठ हजार से अधिक की राशि ठग लिए।
मामले में वरीय अधिकारी ने काजी मोहम्मदपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। साइबर क्राइम का मामला होने के कारण साइबर सेल के साथ पुलिस भी इसकी जांच कर रही है।
कॉल करके मांगे रुपये
दिए गए आवेदन में बताया गया कि पिछले महीने खुद को पेशे से डाक्टर बताने वाली महिला मित्र ने अधिकारी को कॉल किया और कहा कि वह दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंची है।
उसके पास तीन लाख पौंड हैं, लेकिन उन्हें 45 हजार पांच सौ रुपये भारतीय मुद्रा की जरूरत है। विदेश मंत्रालय की टीम के द्वारा उन्हें रोका गया है। इसके भुगतान के बाद ही उन्हें यहां से जाने दिया जाएगा।
झांसे में आ गए अधिकारी, ठगी का हुए शिकार
झांसे में आकर अधिकारी ने मदद के लिए उक्त ब्रितानी महिला द्वारा बताए गए स्थानीय एजेंट सेराज काजिनेली के आइडीएफसी बैंक नेहरू पैलेस नई दिल्ली के खाते पर एसबीआइ कल्याणी शाखा के बैंक खाते से 45 हजार पांच सौ रुपये भेज दिए।
इसके बाद पुन: उक्त महिला के द्वारा एंटी लौंड्री डिपार्टमेंट ने क्लियरेंस के लिए 98 हजार नौ सौ रुपये की मांग की। इस पर वरीय अधिकारी द्वारा अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए 15 हजार रुपये मुंबई ब्रांच के खाता संख्या में भेजा गया। इस तरह से उनके साथ ठगी की गई, तब उन्हें लगा कि उनके साथ ठगी की जा रही है।
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