उत्तर प्रदेश के रामपुर में एंटी करप्शन की टीम ने दारोगा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. दारोगा पर आरोप है कि वह एक मामले में पीड़ित से 10 हजार रुपये की मांग कर रहा था. वहीं, मामले पर एंटी करप्शन की ओर से आरोपी दारोगा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. पुलिस का कहना की मामले की जांच दूसरे दरोगा को दी गयी है।
दरअसल, अकरम नाम के युवक ने मुरादाबाद एंटी करप्शन से शिकायत की कि दारोगा सुधीर कुमार 10 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा है. इसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने दारोगा को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और अकरम से कहा कि वह दारोगा को 10 हजार की रिश्वत देने पहुंचे. जैसे ही उसने 10 हजार की रिश्वत दारोगा सुधीर कुमार को दी. तुरंत ही एंटी करप्शन की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों सुधीर कुमार को गिरफ्तार कर लिया।
डिप्टी एसपी एंटी करप्शन मोहम्मद फैजल सिद्दीकी ने बताया कि हम लोगों को सूचना मिली थी कि थाना गंज के घेर पिपल वाला का रहने वाला अकरम खां ने सूचना दी थी. उसने कहा कि दारोगा सुधीर कुमार 10 हजार रुपये की रिश्वत मांग कर रहे हैं. इसके बाद एंटी करप्शन की टीम गठित कर आरोपी दारोगा को गिरफ्तार कर लिया है।
दारोगा सुधीर कुमार एक मुकदमे की जांच कर रहे थे. अपराध संख्या 373/2022 धारा 467 आईपीसी बढ़ोतरी के संबंध में इन्होंने 10 हजार रुपये की मांग की थी. अकरम 10 हजार रुपये चौकी प्रभारी को दे रहे थे और वह रंगे हाथों पकड़े गए. बरेली के न्यायालय में उन्हें प्रस्तुत करेंगे और इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है।
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