बिहार के लोगों को 440 वोल्ट का झटका देने वाली खबर है. इस खबर को पढ़ते ही आपकी नजर बिजली बिल पर जाने वाली है। जी हां, अब आपकी रात वाली चैन की नींद महंगी पड़ सकती है। क्योंकि, बिजली कंपनी रात में बिजली की दर महंगी करने वाली है. हालांकि, राहत यह है कि दिन की बिजली सस्ती रहेगी।
स्मार्ट मीटर की तरह टाइम ऑफ डे-टैरिफ नियम भी पहली बार लागू हो रहा है। विभाग का मानना है कि आम लोग दिन में बिजली उपकरण का इस्तेमाल कर ज्यादातर काम करते हैं। दिन में बिजली सस्ती होने से उन्हें राहत मिलेगी। इसी तरह दुकान-प्रतिष्ठान दिन में ज्यादा खुलते हैं। इसका सीधा फायदा व्यापार करने वालों को भी मिलेगा। रात में थर्मल पावर से उत्पादित होने वाली बिजली महंगी होगी। इसी हिसाब से बिजली की खरीदकर कंपनी के द्वारा दिन में सस्ती और रात में महंगी बिजली सप्लाई दी जाएगी।
इसका लाभ आम लोगों को मिलेगा। घरेलू उपभोक्ता दिन में कपड़ा धोने सहित अन्य काम करेंगे। इसी तरह दुकान-प्रतिष्ठान दिन में ज्यादा खुलते हैं। इसका सीधा फायदा मिलेगा। वहीं, उद्योग चलाने वाले दिन में काम कर सस्ती बिजली का फायदा उठाएंगे। बिहार में 1.85 करोड़ उपभोक्ता हैं। इसमें 90 से 95 प्रतिशत उपभोक्ता घरेलू हैं। वर्तमान समय में राज्य में 7506 मेगावाट बिजली की खपत है। सेंट्रल सेक्टर से बिहार का कोटा 11020 मेगावाट का है।
क्या है टाइम ऑफ डे का फॉर्मूला
केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के द्वारा सोलर से बिजली उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके पीछे का तर्क ग्लोबल वार्मिंग और कोयले का सीमित भंडार होना है। इस कारण देश स्तर पर दिन के आठ घंटे (सूर्य की रोशनी रहने तक) 10 से 20 प्रतिशत बिजली सस्ती होगी। रात में थर्मल पावर यानी कोयले से उत्पादन होने वाली बिजली 10 से 20 प्रतिशत महंगी होगी।
जल्द लागू करने की तैयारी
ऊर्जा विभाग के सचिव संजीव हंस ने बताया कि राज्य के उपभोक्ताओं को टीओडी टैरिफ के माध्यम से उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने की दिशा में बिहार आगे बढ़ रहा है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर की तरह सबसे पहले टीओडी टैरिफ बिहार में लागू हो सकता है। इसका सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगी। सरकार के द्वारा दर सस्ता करने के लिए सब्सिडी का बोझ भी कम होगा।
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