22 जनवरी को राम मंदिर निर्माण में लगे श्रमिकों से मिल सकते हैं PM मोदी, जानें कब तक पूरा होगा निर्माण

Published by
Share

अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य जोर-शोर से जारी है। 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए श्रमिक दिन-रात मंदिर का काम पूरा करने में जुटे हुए हैं। बता दें कि इस दिन पीएम मोदी समेत देशभर के तमाम बड़े राजनीतिक, फिल्मी और उद्योग जगत से जुड़े हुए चेहरे प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अयोध्या आने वाले हैं। इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य में लगे हुए श्रमिकों से भी मिलने वाले हैं। आइए जानते हैं पूरा कार्यक्रम इस खबर के माध्यम से।

22 जनवरी को श्रमिकों से मिलेंगे पीएम

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन यानी की 22 जनवरी को राम मंदिर के निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों से मुलाकात कर सकते हैं। खबर है कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने से पहले ही पीएम मोदी श्रमिकों से मुलाकात कर सकते हैं। जल्द ही इस बारे में आधिकारिक सूचना भी जारी की जा सकती है।

वाराणसी में भी श्रमिकों से भी मिले थे पीएम

दिसंबर 2021 में पीएम मोदी ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया था। इस मौके पर भी पीएम ने महीनों से कॉरिडोर के निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों से मुलाकात और बातचीत की थी। इसके बाद पीएम मोदी ने पीएम मोदी ने श्रमिकों पर फूल बरसाकर उनका अभिवादन किया था और उनके साथ बैठकर फोटो भी खिंचवाई थी।

कब तक पूरा हो जाएगा निर्माण?

मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया है कि अयोध्या में तीन मंजिला राम मंदिर का निर्माण इस साल दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया है कि अभी राम मंदिर के भूतल का निर्माण पूरा हुआ है, पहली और दूसरी मंजिल का निर्माण दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा। स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि कोई भी कार्य इस तरह से नहीं किया जाएगा जो नियमों, सिद्धांतों, मर्यादा पुरषोत्तम राम के जीवन के खिलाफ हो। उन्होंने बताया कि इस मंदिर के कम से कम 1000 साल तक टिका रहने की उम्मीद है।

Shailesh Kumar

My name is Shailesh and I am a graduate working for VOB. I have been updating news on website from more than three years.

Published by

This website uses cookies.

Read More