बिहार की महागठबंधन सरकार में सहयोगी भाकपा माले ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अपनी बड़ा दावेदारी पेश की है. पार्टी ने 5 सीटों पर दावा ठोका है. भाकपा माले ने जेडीयू से गठबंधन धर्म निभाने की अपील करते हुए सीटिंग सीटें छोड़ने की मांग की है. हालांकि पार्टी नेताओं का यह भी कहना है कि सीट शेयरिंग में काफी देर हो गई है. अगर बीजेपी से हमें मुकाबला करना है तो इसे जल्द से जल्द सुलझा लेना चाहिए. भाकपा माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि इसको लेकर आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव से बातचीत हुई है।
पिछले दिनों दिल्ली में इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद लालू यादव और तेजस्वी यादव से मिलकर पांच सीटों पर चुनाव लड़ने की दावेदारी पेश की है. 2020 विधानसभा चुनाव में सारण, मगध, शाहाबाद के क्षेत्र में पार्टी ने काफी अच्छा परफॉर्मेंस किया था. उसी के आधार पर उन्होंने सीटों की दावेदारी पेश की है और इस पर जल्द निर्णय होना चाहिए”-कुणाल, राज्य सचिव, भाकपा माले
जेडीयू को त्याग करना होगा
माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि जेडीयू यदि कह रहा है कि वह सीटिंग सीट नहीं छोड़ेगा तो यह समझना होगा कि 2019 के समय कंडीशन दूसरा था. उस समय उनके गठबंधन के साथ ही कोई और थे, जबकि आज अलग गठबंधन में है. ऐसे में वर्तमान गठबंधन के हित में जेडीयू को कुछ त्याग करना चाहिए. सभी दल त्याग कर रहे हैं तो कुछ सीटिंग सीटें जेडीयू को छोड़नी चाहिए।
भाकपा माले की 5 सीटों पर दावेदारी
कुणाल ने कहा कि चुनाव में समय काफी कम बचा है, ऐसे में सीट शेयरिंग का मुद्दा जल्द सुलझना चाहिए. वह समझते हैं कि यह जल्द सुलझ जाएगा. हालांकि इस दौरान माले राज्य सचिव कुणाल ने 5 सीटों के नाम की घोषणा तो नहीं की लेकिन जिन सीटों पर पार्टी की नजर हैं, उनमें सिवान, आरा, जहानाबाद, काराकाट और पाटलिपुत्र लोकसभा सीट शामिल है।
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