मुजफ्फरपुर: जिले में बिजली विभाग का अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है, जिले में एक मजदूर जमीर अंसारी को विभाग ने 1 करोड़ 29 लाख 846 रुपए का बिल भेज दिया है। अब ये बिल जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बिल को देखकर मजदूर का सिर चकरा गया। इसके बाद मजदूर का बिल गांव व जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। इतना अधिक बिल आने के बाद मजदूर ने इसकी शिकायत बिजली विभाग के पूर्वीं डिवीजन के कार्यपालक अभियंता श्रवण कुमार ठाकुर को दी गई। इसके बाद कार्यपालक अभियंता ने सहायक विद्युत अभियंता और जेई को जांच का निर्देश दिया, जिसके बाद जांच के बाद ये बिल गलत पाया गया।
मुशहरी के मणिका उर्फ विशुनपुर चांद के उपभोक्ता जमीर अंसारी को 1 करोड़ 29 लाख 846 रुपये का बिजली बिल आया है। इससे मजदूरी करने वाले जमीर परेशान हो गए। उपभोक्ता ने बताया कि साल 2022 के दिसंबर से फरवरी 2023 तक 42 यूनिट खपत हुई। इसके बाद मार्च से लेकर जून तक 331 यूनिट खपत की जानकारी देते हुए औसत पर बिल बनाया गया। जुलाई में 327 यूनिट, अगस्त में 64, सितंबर में 67 यूनिट बिजली खपत बताई गई।
बीते साल दिसंबर में सामान्य मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाया गया। इसमें सामान्य मीटर में जो यूनिट खपत हुई थी उसे मीटर में दर्ज किया गया। इसमें दिसंबर माह में 36,45,48 यूनिट बिजली खपत बताई गई। इसको लेकर 1 करोड़ 29 लाख 846 का बिल तैयार किया गया जबकि मजदूर के मुताबिक उसके घर पर एक बल्ब ही जलता है। गर्मी के दिनों में पंखा का उपयोग होता है।
जमीर ने कहा कि वो हर महीने बिजली बिल का भुगतान कर रहे हैं। अचानक 1 करोड़ का बिल आ गया। हम गरीब आदमी है इतना भारी भरकम बिजली बिल कहां से चुकाएंगे। गलत बिजली बिल भेजा गया है। हर महीने 200 से 300 बिल आता है।
वहीं, जानकारी मिलने के बाद पूर्वी डिवीजन के कार्यपालक अभियंता श्रवण कुमार ठाकुर ने बताया कि मामला संज्ञान में आने पर बिल को सुधार दिया गया है। उपभोक्ता को पिछला बकाया सहित 33,378 रुपये का बिल चुकाना है। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। स्मार्ट मीटर लगाने वाली एजेंसी को शो कॉज नोटिस दिया गया है। एजेंसी के अधिकारी से मीटर लगाने वाले कर्मी की जानकारी मांगी गई है। अगर जान-बूझकर गलत मीटर डाला गया होगा तो उसके ऊपर FIR कराई जाएगी। टीम को 24 घंटे के अंदर जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।
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