इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर चुके राज्य के 181204 छात्र-छात्राओं को सरकार द्वारा दी जानेवाली प्रोत्साहन राशि से वंचित रहना पड़ सकता है। इनके पंजीयन के आवेदन अभी तक लंबित हैं। विभिन्न योजनाओं के लिए विद्यार्थियों द्वारा भरे गए आवेदन आधे-अधूरे हैं। इसके साथ ही डीईओ स्तर से सत्यापन भी नहीं हुआ है। जब तक लंबित आवेदनों को ठीक नहीं किया जाएगा, तब तक योजना राशि नहीं मिल पाएगी। ये परेशानी राज्य के सभी जिलों में है। हर जिले में बड़ी संख्या में आवेदन लंबित पड़े है।
बता दें कि बिहार बोर्ड से इंटरमीडिएट उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को हर साल कई योजनाओं के तहत प्रोत्साहन राशि का लाभ मिलता है। इसमें मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत इंटरमीडिएट उत्तीर्ण छात्राएं, मुख्यमंत्री मेधावृत्ति योजना के तहत इंटरमीडिएट उत्तीर्ण एससी-एसटी कोटि के छात्र-छात्राओं के अलावा मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत छात्र-छात्राएं शामिल है। इस बार इंटर परीक्षा दस लाख 91 हजार 948 विद्यार्थी पास हुए हैं। इसके बाद इन्होंने विभिन्न योजनाओं के तहत आवेदन किया है।
बिना सत्यापन किए स्कूलों ने अपलोड किया आवेदन
योजना के तहत पंजीयन ऑनलाइन करना था। ऐसे में न तो स्कूल द्वारा आवेदन का सत्यापन किया गया और न ही संबंधित जिलों से उसे देखा गया। अब योजना का लाभ मिलने के समय सैकड़ों लंबित आवेदन पकड़ में आ रहे हैं। अब संबंधित जिलों को इसकी सूचना देकर उसमें सुधार करने का निर्देश दिया गया है। पटना प्रमंडल के सभी जिलों को मिलाकर कुल 9848 आवेदन लंबित हैं। कुल 203 आवेदनों में ही अब तक सुधार हुआ है।
पटना प्रमंडल के सैकड़ों छात्र-छात्राओं के आवेदन लंबित हैं। इसके लिए स्कूल और कॉलेजों को कई बार पत्र भेजा जा चुका है। जब तक आवेदन में सुधार नहीं होगा तब तक बच्चों को राशि नहीं मिल पाएगी।
-सुनयना कुमार,आरडीडीई पटना
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