आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह के बयान पर जदयू ने करारा पलटवार किया है. नीतीश कुमार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि आरजेडी के बहुत लोग केके पाठक को लेकर कुछ नहीं कह रहे हैं बल्कि सिर्फ एक लोग कह रहे हैं उनका कुछ पर्सनल एजेंडा होगा. हमलोग नहीं जानते हैं उनको. सुनील सिंह कोई बहुत बड़े नेता तो नहीं है तो हम लोग सुनील सिंह को क्यों नोटिस लें।
दरअसल बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी से जब यह सवाल किया गया कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और अपर मुख्य सचिव के के पाठक को लेकर जो विवाद हुआ है. उसके बाद लालू के बेहद करीबी माने जाने वाले एमएलसी सुनील सिंह ने उनसे इस्तीफे की मांग की है. जिसका जवाब देते हुए अशोक चौधरी ने कहा कि सुनील सिंह ही मात्र एक आरजेडी के लीडर तो नहीं है. इनके अलावा भी बहुत सारे लीडर है. हम लोग उनके बयान पर ध्यान नहीं देते हैं. उनके बयान का कोई अर्थ नहीं है. अगर इस मामले में लालू यादव या राबड़ी देवी कुछ बोलती तो इंपॉर्टेंट था ना कि सुनील सिंह कुछ बोलते तो वह इंपॉर्टेंट है।
वहीं मंत्री से जब यह सवाल किया गया कि अधिकारी बड़ा होता है या विभाग के मंत्री तो इसके जवाब में अशोक चौधरी ने कहा कि बात बड़ा या छोटा का नहीं है. एक रथ के दो पहिए होते हैं और दोनों का रहना जरूरी होता है. शिक्षा मंत्री और केके पाठक का कोई मुद्दा नहीं है. हरेक घर में कभी न कभी बाप और बेटे में कंफ्यूजन हो जाता है. इनके बीच भी कोई कंफ्यूजन रहा होगा. लेकिन, सब कन्फ्यूजन शॉट कर लिया जाएगा. नीतीश कुमार के रहते कोई कंफ्यूजन का सवाल ही नहीं है।
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