बिहार में 28 जनवरी, 2024 को जब नीतीश कुमार ने आरजेडी का साथ छोड़ फिर बीजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई तो कई पहलुओं पर चर्चा हुई. लोगों ने भविष्य की राजनीति, लोकसभा चुनाव में इसका असर, इंडिया गठबंधन पर इसका असर व अन्य बातें भी कीं. इस दौरान एक और सवाल लोगों के मन में ये उठा कि आखिर डिप्टी सीएम और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी अब मुरेठा (सिर पर बंधा पगड़ीनुमा कपड़ा) का क्या करेंगे?
दरअसल, सम्राट चौधरी ने प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद कहा था कि ये मुरेठा उन्होंने एक संकल्प के तहत बांध रखा है और इसे वह तभी खोलेंगे जब नीतीश कुमार को सत्ता से हटा देंगे. हालांकि, बदले राजनीतिक समीकरण में अब वह खुद उनके साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं. ऐसे में उनके संकल्प का पूरा होना नामुमकिन लगता है. अब सम्राट चौधरी ने खुद मुरेठा को लेकर जवाब दिया है।
क्यों बांधा था मुरेठा?
बेशक सम्राट चौधरी ने इस मुरेठा को खोलने के पीछे नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने का संकल्प गिनाया हो, लेकिन इसे बांधने की वजह नीतीश कुमार नहीं हैं. आज तक को दिए इंटरव्यू में सम्राट चौधरी ने बताया था कि उन्होंने यह मुरेठा 2023 में अपनी मां की मौत के बाद तब बांधा था जब बाल छिलवाए थे. इसके बाद से वह इसे बांधते रहे. फिर उन्हें कुछ दिन बाद प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली और इसके बाद उन्होंने मुरेठा के साथ बीजेपी को विजयी बनाने और नीतीश कुमार को हटाने का संकल्प जोड़ दिया।
शपथ के बाद कहा था, नीतीश कुमार के साथ जाएंगे अयोध्या
सम्राट चौधरी ने शपथ समारोह के अगले दिन यानी 29 जनवरी 2024 को कहा था कि वह सीएम नीतीश कुमार के साथ जल्द अयोध्या जाएंगे और रामलला के दर्शन करेंगे. इस दौरान वह वहीं पर मुरेठा खोलकर उसे भगवान श्रीराम के चरणों में अर्पित कर देंगे. एबीपी न्यूज से बातचीत में फिर उन्होंने ने ये बातें दोहराई है।
लालू यादव और तेजस्वी यादव पर साधा जमकर निशाना
सम्राट चौधरी ने ABP न्यूज से बातचीत के दौरान बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव अपने एक समुदाय के वोट बैंक पर गर्व करते हैं. आगमी लोकसभा चुनाव में आरजेडी बिहार में एक भी सीट नहीं जीत पाएगी. आरेजडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पंजीकृत अपराधी हैं, जबकि नीतीश कुमार हमारे नेचुरल अलाई हैं।
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