भाई-बहन का पवित्र रिश्ते को मनाने के उद्देश्य से भाई दूज के त्योहार का आयोजन होता है. इस साल भाई दूज का पर्व आज यानी 15 नवंबर को मनाया जा रहा है. इस दिन भाई बहनों से मिलने उनके घर जाते हैं और बहने भी भाइयों के माथे पर तिलक कर उनकी लंबी आयु की कामना करती है. उनकी आरती उतारती हैं. वहीं, भाई भी बहनों के प्रति प्यार दिखाते हुए उन्हें उपहार देते हैं. आइए जानते हैं भाई दूज की तिथि, शुभ मुहूर्त और पौराणिक महत्व के बारे में.
साल 2023 में भाई दूज का त्योहार 14 और 15 नवंबर दोनों दिन मनाया जाएगा. 14 नवंबर को भाई दूज का शुभ मुहूर्त दोपहर 01:10 बजे से दोपहर 03:19 बजे तक है. इस दिन शोभन योग बन रहा है, इसलिए भाई को तिलक लगाना लाभकारी होगा. 15 नवंबर को भाई को टीका करने के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 10:45 बजे से दोपहर 12:05 बजे तक है. 15 नवंबर को भाई को टीका करने के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 10:45 बजे से दोपहर 12:05 बजे तक है.
Bhaiya Dooj 2023: कहा जाता है यम द्वितीया
भाई दूज को यम द्वितीया भी कहा जाता है। इस दिन मृत्यु के देवता यमराज की भी पूजा की जाती है। भाई दूज पर बहनें भाई की लंबी आयु की कामना करती हैं. इस तिथि को भ्रातृ द्वितीया भी कहा जाता है। भाई दूज के दिन बहनें भाई को तिलक करके उनके उज्जवल भविष्य और लंबी आयु की कामना करती हैं.
माना जाता है कि इस दिन शाम के समय बहनें यमराज के नाम से चौमुख दीया जलाकर घर के बाहर रखती हैं. ये भाई की लंबी उम्र के लिए किया जाता है. इस समय आसमान में चील उड़ता दिखाई दे तो शुभ माना जाता है. मान्यता है कि ऐसे में भाई की आयु के लिए मांगी गई दुआ यमराज ने कुबूल कर ली. कहते हैं चील जाकर यमराज को बहनों का संदेश बताते हैं
भाई दूज के दिन टीका करते समय बहन को भाई के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
गंगा पूजे यमुना को, यमी पूजे यमराज को। सुभद्रा पूजे कृष्ण को, गंगा यमुना नीर बहे मेरे भाई आप बढ़ें, फूले-फलें।।
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