गुजरात में कच्छ जिले के भुज शहर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तीन दिवसीय बैठक रविवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव दत्तात्रेय होसबाले की मौजूदगी में शुरू हुई। संघ की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में पूरे गुजरात से 382 वरिष्ठ संघ नेता शामिल हो रहे हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बैठक से पहले भागवत और संगठन के अन्य शीर्ष नेताओं से शिष्टाचार भेंट की।
गो संरक्षण सहित कई मुद्दों पर चर्चा
विज्ञप्ति में कहा गया कि बैठक के दौरान आमंत्रित सदस्य संघ के विस्तार की योजना में हुई प्रगति की समीक्षा करेंगे और आधुनिक जीवनशैली के प्रकृति पर पड़ने वाले असर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, गो संरक्षण, ग्रामीण विकास सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इससे पहले संगठन के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन और देश भर में होने वाले इससे जुड़े कार्यक्रमों पर संघ की भुज में होने वाली बैठक में चर्चा की जाएगी। अयोध्या राम जन्म भूमि मंदिर में राम लला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम अगले साल 22 जनवरी को प्रस्तावित है।
सहयोगी संगठनों के प्रमुख नेता शामिल
बैठक में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के अलावा दत्तात्रेय होसबले, कृष्णगोपाल, डॉ. मनमोहन वैद्य जैसे प्रमुख नेताओं के साथ ही विश्व हिंदू परिषद (VHP), बीजेपी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), भारतीय मजदूर संघ और भारतीय किसान संघ जैसे सहयोगी संगठनों के प्रमुख नेता भी शामिल हो रहे हैं। कार्यकारी मंडल की बैठक में पूरे देश का प्रतिनिधित्व होता है। 2025 में आरएसएस के 100वें स्थापना वर्ष को देखते हुए बैठक में इसके विस्तार पर भी विस्तृत चर्चा की जाएगी।
संघ के नए संकल्पों पर चर्चा होने की उम्मीद
कार्यकारी मंडल की बैठक में संघ के नए संकल्पों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। विजयदशमी के संबोधन में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इसका जिक्र किया था। इसमें समरसता के प्रयास, पर्यावरण के हिसाब जीवनशैली, जल संरक्षण के साथ प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और स्वदेशी पर जोर के साथ नागरिक कर्तव्यों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
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