अन्य राज्यों में रहनेवाले लोग छठ महापर्व में लौट रहे हैं। दो दिनों शेष बचने को लेकर जिनको जो सवारी मिल रही, उससे भागे-भागे घर चले आ रहे हैं। इसे लेकर ट्रेनों में भारी भीड़ होने से भेड़-बकरी की तरह ठूंस-ठूंस कर आ रहे हैं।
महत्वपूर्ण ट्रेनों के अलावा, स्पेशल ट्रेनों का भी बुरा हाल है। यात्रियों को पैर रखने तक की जगह नहीं मिल पा रही है। बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, सप्तक्रांति एक्सप्रेस, वैशाली एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों में बैठने की बात तो छोड़ दीजिए खड़ा होने तक की जगह नहीं मिल पा रही है।
स्लीपर कोच की स्थिति जनरल से भी बद्तर हो गई है। यात्री शौचालयों में बैठकर घर वापस आने को मजबूर हैं। बुधवार को दिल्ली से सहरसा जा रही वैशाली एक्सप्रेस में रियलिटी चेक करने पर पता चला कि यात्रियों का काफी बुरा है। शौचालय के अलावा, दोनों बोगियों के बीच वाले ज्वांटर पर दर्जनों लोगों को बैठे थे।
सीतामढ़ी के यात्री संतोष कुमार ने बताया कि 18 घंटे खड़ा होकर दिल्ली से आया हूं। स्लीपर कोच में यात्रा कर रहे सहरसा के एक यात्री शंभू ने बताया कि इस ट्रेन में स्लीपर बोगी कम होने से जनरल से भी बदतर स्थिति बनी हुई है।
एक सीट पर आठ-दस लोग बैठकर इतनी दूरी से आ रहे हैं। खासकर दिल्ली-मुंबई, अहमदाबाद, कोलकाता आदि ट्रेनों में स्लीपर और जनरल बोगी कम होने से यात्री एक पैर पर खड़ा होकर यात्रा करने को मजबूर हैं।
सहरसा के एक यात्री राजेश कुमार ने बताया कि शौचालय में कब्जा होने के चलते उसमें जा नहीं पा रहे। पेशाब करने के डर से पानी भी नहीं पी रहे। बता दें कि मुजफ्फरपुर से प्रतिदिन 80 स्पेशल ट्रेनें गुजरती हैं, फिर भी इतनी भीड़ हो रही है।
छठ पर्व को लेकर यात्रियों के बीच रेलवे सुरक्षा बल द्वारा बुधवार को जंक्शन परिसर एवं ट्रेनों में जागरूकता अभियान चलाया गया। उनके बीच पंपलेट का वितरण कर नशाखुरानों से सावधान रहने को कहा गया।
उनको बताया गया कि किसी अनजान व्यक्ति से ट्रेन में चलने वाले किसी व्यक्ति से मेलजोल नहीं बढ़ाएं। उनका सामान नहीं खाएं और न खिलाएं।
इस अभियान का नेतृत्व आरपीएफ इंस्पेक्टर मनोज कुमार यादव ने किया। मौके पर एसआई सुष्मिता कुमारी, गोकुलेश पाठक, आरक्षी एलबी खान, चंद्रदेव नारायण सिंह आदि कर्मियों ने माइकिंग से यात्रियों सावधान किया।
डाउन वैशाली एक्सप्रेस के मुजफ्फरपुर पहुंचने पर यात्रियों से बात की गई, तो स्लीपर कोच के डिब्बों में सवार कई यात्रियों ने टीटीई पर जबरन पांच-पांच सौ रुपए लेने का आरोप लगाया।
यात्रियों ने कहा कि छपरा में तीन-चार टीटीई एक साथ आ गए और टिकट रहने के बाद भी सभी यात्रियों से रुपए लेकर चल दिए। वीडियो बनाने की कोशिश करने पर धमकाने लगे, इसलिए विडियो भी नहीं बनने दिया।
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